*श्री राधे राधे जी,*By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब*ऐसे काम करें कि हमारे बांके बिहारी जी प्रसन्न हो जाएं....* *ऐसी वाणी बोलिए श्री बांके बिहारी जी प्रसन्न हो जाएं....* *ऐसी बातें श्रवण करें कि ह्रदय में बैठे श्री बांके बिहारी जी नर्तन करने लगें....।**नित्य प्रति अपनी इंद्रियों से पूछिए....**हे मुख ! तूने आज कुछ ठाकुर जी के विषय में कहा है....?* *हे नेत्र ! तुमने क्या ठाकुर जी का दर्शन किया है..... ?* *हे हस्त कमल ! किसी भी रुप में ठाकुर जी की सेवा में काम आए हो....?* *यह चरण ! क्या ठाकुर जी की प्रदक्षिणा की है....? क्या यह चरण मंदिर की ओर बढ़े हैं....?* *अपनी सांसों से पूछिए क्या इस पर राधा राधा नाम हर-एक सांस पर चला है....?**यह सब चेक कर लो रात को सोने से पहले। जो चीज ठाकुर जी के प्रयोग में नहीं आई वह आपके जीवन में व्यर्थ ही है।* बाल वनिता महिला आश्रम*अगर आपने ठाकुर जी के इत्र की सुगंध नहीं सुंघी तो यह नासिका का होना भी व्यर्थ ही है....अगर आपने ठाकुर जी की कथा नहीं सुनी तो यह कान व्यर्थ है....अगर ठाकुर जी के लिए....उनके भक्त लोगों के लिए कुछ अच्छा नहीं बोला या किसी के लिए कुछ बुरी बात बोली तो इस मुँह का क्या काम.... इन आँखों का क्या काम अगर श्री बिहारी जी का दर्शन ना कर सके...।* *।।जय जय श्री राधे।।**हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।* *हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।**वनिता*
*श्री राधे राधे जी,*
By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब
*ऐसे काम करें कि हमारे बांके बिहारी जी प्रसन्न हो जाएं....*
*ऐसी वाणी बोलिए श्री बांके बिहारी जी प्रसन्न हो जाएं....*
*ऐसी बातें श्रवण करें कि ह्रदय में बैठे श्री बांके बिहारी जी नर्तन करने लगें....।*
*नित्य प्रति अपनी इंद्रियों से पूछिए....*
*हे मुख ! तूने आज कुछ ठाकुर जी के विषय में कहा है....?*
*हे नेत्र ! तुमने क्या ठाकुर जी का दर्शन किया है..... ?*
*हे हस्त कमल ! किसी भी रुप में ठाकुर जी की सेवा में काम आए हो....?*
*यह चरण ! क्या ठाकुर जी की प्रदक्षिणा की है....? क्या यह चरण मंदिर की ओर बढ़े हैं....?*
*अपनी सांसों से पूछिए क्या इस पर राधा राधा नाम हर-एक सांस पर चला है....?*
*यह सब चेक कर लो रात को सोने से पहले। जो चीज ठाकुर जी के प्रयोग में नहीं आई वह आपके जीवन में व्यर्थ ही है।*
*अगर आपने ठाकुर जी के इत्र की सुगंध नहीं सुंघी तो यह नासिका का होना भी व्यर्थ ही है....अगर आपने ठाकुर जी की कथा नहीं सुनी तो यह कान व्यर्थ है....अगर ठाकुर जी के लिए....उनके भक्त लोगों के लिए कुछ अच्छा नहीं बोला या किसी के लिए कुछ बुरी बात बोली तो इस मुँह का क्या काम.... इन आँखों का क्या काम अगर श्री बिहारी जी का दर्शन ना कर सके...।*
*।।जय जय श्री राधे।।*
*हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।*
*हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।*
*वनिता*
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें