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दिव्यकृष्णसँदेश-'उन्मत्त चँचल नयनकमल विशाल! नीलकँठ नालिन वैजयँती माल! ! कटि कँचन पीत वसन नीलम चरण कमल मधुर रस चँदन! चँचल चितवन चँचल अधर अमृत वचन अलक्ष निरँजन!! देखो न वही रस का सागर वसँतराग आकर! आज बना है उर्वशी माधव कृष्ण कुसुमाकर! ! उस का वसँत राग में वँशी बजाना मलयज सुवासिनी! फिर उसका रुनझुन वसँत हास बिखराना अमृत सुहासिनी!! उस का अमीरस की अँजुरियाँ पिलाना चँद्रमालिनी ! उसका रस नयनों से अमीरस लुटाना चँद्ररागिनी! ! उस का रस वसँतराग में मुस्कराना सखी री! उसका शरत की रस चाँदनी बन जाना उर्वशी! ! सुधा वसँत राग में कहता है यही तो बात ! कृष्ण कुसुमाकर बनके आया है वसँत राग! ! उसके जादू से समझ लो वो कौन है साँवरी! उसकी मधुर वँशी में है वो जादू बाँवरी!! तुम्हें बना लिया है जिसने अपनी चाँदनी सारँगा ! बतलाओ री शवरीगँधा कौन है वो शवरी का चँदा!! वो नीलम चँदन रूप नहीं चँद्रकमल है शोभना ! उस के मोहना रूप पर शोभना तुम कभी मत डोलना!! आयी हो रुपहली चूनर डाले तुम रसबाले! उस पर ये चँदा की झूमर ये नयन मतवाले! ! इस कँचन महल को भुलाना समझ के फूल राख के! आँचल में उर्वशी भर के लाना फूल रास के! ! जब भी उस की शँख जैसी सुँदर सी शँखिनी अँजुरी को छुओगी तुम ! तो कृष्णवैजयँती री मुझ नीलम चँद्रसरोवर को छुओगी तुम!!'-Vnita Punjab 💕📿ષ્રીરાઘે📿ષ્રીકૃષ્ણા📿💕

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In the construction work of Shri Ram temple, a brick must be installed on your behalf, for this, any Hindu organization can reach your house at any time., Jai Shri Ram Breaking the mental freedom, India's youth is born. This morning

, श्याम प्यारे🥀🙏🥀मेरी हर शायरी दिल के दर्द को करता बयां।🙏😔🙏तुम्हारी आँख न भर आये कही पढ़ते पढ़ते।😭😭😔 कभी तो अपनी दासी की ओर निहारोगे🙏🙏🙏🙏Meriradharani

Shyam dear All my poetry is about heartache. Do not fill your eyes and study.

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