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लड्डू गोपाल ( Laddu Gopal ) By वनिता कासनियां पंजाब भगवान् श्रीकृष्ण को कई नाम है जिनमें से उनका एक नाम लड्डू गोपाल ( Laddu Gopal ) है. यह नाम काफी प्रसिद्द है. इनका नाम लड्डू गोपाल पड़ने पर एक बड़ी ही मनोहारी कहानी है. इस लेख में लड्डू गोपाल पर शायरी स्टेटस कोट्स और इनका नाम लड्डू गोपाल क्यों पड़ा? इसकी कहानी नीचे पढ़े.Laddu Gopal Shayari in HindiLaddu Gopal Shayari in HindiLaddu Gopal Shayari in Hindi | लड्डू गोपाल शायरी इन हिंदीमाखन वाला केक कटेगापूरे वृन्दावन में बटेगाजहाँ चरण कान्हा के पड़ेंगेपुण्य बढ़ेगा पाप घटेगाकरो स्वागत यशोदा के लाल काजन्मदिन हैं लड्डू गोपाल का.कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएंब्रज की धरती परठुमक चलत नंदलालहिंडोले में झूलेंलोट-पोट लड्डू गोपालकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएंलड्डू गोपाल कीदीवानी हुई मेरी आँखे हैंअब तो ख्वाबों में भी राहेंये लड्डू गोपाल की झाँके हैंलड्डू गोपाल की जय होLaddu Gopal Status in HindiLaddu Gopal Status in HindiLaddu Gopal Status in Hindi | लड्डू गोपाल स्टेटस इन हिंदीहर मानव के जीवन का दूर सारा भय हो,जब हृदय बोले लड्डू गोपाल की जय हो.कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएंलड्डू गोपाल के चरणों में शत-शत प्रणाम,चित चोर कन्हैया की लगाओ जय-जयकार।कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएंलड्डू गोपाल को बाँध देते है राखी,वही हमारे ईश्वर है मित्र है और है सखी.लड्डू गोपाल की जय होनजर ना लगे, आओ नजरें उतारे,लड्डू गोपाल सबसे सुंदर सबसे प्यारे।कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएंLaddu Gopal Quotes in HindiLaddu Gopal Quotes in HindiLaddu Gopal Quotes in Hindi | लड्डू गोपाल कोट्स इन हिंदीचारों तरफ हो रही है जय-जयकारलड्डू गोपाल से सब करते है प्यार,आ जाओ आराध्य मेरे श्रीकृष्ण सरकार,सज गए है मन और मंदिर में दरबार।कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएंलड्डू गोपाल की कृपा सभी पर बनी रहे,सबकी मनोकामनाएं पूर्ण हो औरलड्डू गोपाल का आशीष बन रहे,सफलता का ताज हर सिर पर सजा रहे.लड्डू गोपाल की जय होलड्डू गोपाल को सजाते है,खाने से पहले उनको भोग लगाते है,प्रभु के चरणों में शीश झुकाते हैआनंद में कान्हा का जन्मदिन मनाते है.लड्डू गोपाल की जय होLaddu Gopal Shayari PicLaddu Gopal Shayari Picतीज गई, राखी गईगई सावन की फुहारलड्डू गोपाल के स्वागतमें खड़ा है सारा संसार।Happy Krishna Janmashtamiसबका दिल है बड़ा बेकरार,आज लुटाएंगे खुलकर प्यार,माखनचोर की होगी जयजयकारलड्डू गोपाल का मिलकर करे श्रृंगार।लड्डू गोपाल की जय होलड्डू गोपाल शायरीलड्डू गोपाल का देखो नया रंग,कभी बजाएं बांसुरी, कभी उड़ाए पतंग,दिन भर फोन लेकर बैठा रहे औरबात करे प्यारी राधा रानी के संग.Happy Krishna Janmashtamiमैया माखन दूर है हाथ मोरा न जाए,नन्हा सा कान्हा तेरा माखन कैसे चुराए।बाल-ग्वाल सब बैरी है नाम मेरो बतलाए,मुझको भोला जानके बरबस मुख लिपटाए।लड्डू गोपाल की जय होहर एक सवाल का जवाब है कृष्णब्रज की गोपियों के ख्वाब है कृष्ण,प्रेम से पुकारे तो चले आये लड्डू खानेदिल में बसने वाले लड्डू गोपाल है कृष्ण।Happy Krishna JanmashtamiLaddu Gopal Love Quotes in Hindiराधा-राधा जपने से होजायेगा तेरा उद्धार,क्योंकि यही वो नाम हैजिससे कृष्ण को प्यार।हैप्पी कृष्ण जन्माष्टमीलड्डू गोपाल की लीलाहै सबसे प्यारी,वो दे आप सबकोदुनिया की खुशियाँ सारी।कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई एवं शुभकामनाएंना राधा बनना है,ना मीरा बनना है,मैं तेरी दीवानी हूँ मुझे बस तेरा बनना है.कृष्ण का नाम “लड्डू गोपाल” कैसे पड़ा?ब्रज की पावन भूमि पर प्रभु श्रीकृष्ण के परम भक्त कुम्भनदास रहते थे. इनके पुत्र का नाम रघुनंदन था. कुम्भनदास भगवान श्रीकृष्ण के परम भक्त थे और हर दिन समय पर भगवान की पूजा और सेवा किया करते थे. उनकी सेवा और पूजा में कोई बाधा ना पड़े इसलिए कहीं नहीं जाते थे. एक दिन वृन्दावन से उनके लिए भागवत कथा करने का न्योता आया.पहले कुम्भनदास ने इंकार कर दिया लेकिन काफी सोच-विचार के बाद कथा में जाने के लिए तैयार हो गए. इन्होंने सोचा कि कथा के लिए जाने से पहले वो सारी तैयारी कर देंगे और कथा करके वापस लौट आएंगे। ताकि कथा भी हो जायेगा और सेवा-पूजा का नियम भी नहीं टूटेगा। उन्होंने अपने पुत्र को समझा दिया कि भोग तैयार कर दिया हूँ. तुम्हें समय पर ठाकुर जी को भोग लगा देना है. पुत्र को यह समझाकर कथा के लिए चल दिए.कुम्भनदास के पुत्र रघुनंदन ने भोग के लिए थाली में भोजन निकालकर रख दिया और इन्तजार करने लगा कि ठाकुर जी आकर भोग लगाएंगे। रघुनंदन ने सोचा कि वे स्वयं आकर भोग लगाएंगे। जब समय काफी बीत गया तो बालक ने ठाकुर जी से आकर भोग ग्रहण करने का आग्रह किया। बार-बार आग्रह करने पर जब भोजन वैसे ही पड़ा रहा तब रघुनंदन ने उदास होकर बड़े ही प्रेम से श्रीकृष्ण को पुकारा और कहा – हे ठाकुर जी आओ और भोग लगाओ। कहते है ना सच्चे हृदय से जब भक्त भगवान को पुकारता है तो उन्हें आना ही पड़ता है.#Vnitaरघुनंदन की प्रेम भरी पुकार पर प्रभु श्रीकृष्ण बालक का रूप धारण करके आते और भोग में लगाया सारा भोजन खाते। जब कुम्भनदास घर आकर रघुनंदन से प्रसाद मांगते तो वे पिता से कहते कि ठाकुर जी ने सारा भोजन का लिया। कुम्भनदास को लगा बच्चे को भूख लगी होगी इसलिए वही सारा प्रसाद खा गया होगा। परन्तु अब रोज की कहानी हो गई थी. फिर कुम्भनदास को शक होने लगा. तो उन्होंने एक दिल लड्डू बनाकर थाली में रखे और छुपकर देखने लगे कि रघुनंदन क्या करता है?रघुनंदन ने रोज की तरह ही प्रभु श्रीकृष्ण को पुकारा तो वे बालक के रूप में प्रकट हुए और लड्डू खाने लगे. यह देखकर कुम्भनदास दौड़ते हुए आये और प्रभु के चरणों में गिरकर विनती करने लगे. उस समय कृष्ण के एक हाथ में लड्डू और दुसरे हाथ वाल लड्डू मुख में जाने को ही था कि वे एकदम मूर्ति हो गए. उसके बाद से ही उनकी इसी रूप की पूजा “लड्डू गोपाल” के रूप में होती है.

लड्डू गोपाल ( Laddu Gopal )

By वनिता कासनियां पंजाब

भगवान् श्रीकृष्ण को कई नाम है जिनमें से उनका एक नाम लड्डू गोपाल ( Laddu Gopal ) है. यह नाम काफी प्रसिद्द है. इनका नाम लड्डू गोपाल पड़ने पर एक बड़ी ही मनोहारी कहानी है. इस लेख में लड्डू गोपाल पर शायरी स्टेटस कोट्स और इनका नाम लड्डू गोपाल क्यों पड़ा? इसकी कहानी नीचे पढ़े.

Laddu Gopal Shayari in Hindi

Laddu Gopal Shayari in Hindi
Laddu Gopal Shayari in Hindi | लड्डू गोपाल शायरी इन हिंदी

माखन वाला केक कटेगा
पूरे वृन्दावन में बटेगा
जहाँ चरण कान्हा के पड़ेंगे
पुण्य बढ़ेगा पाप घटेगा
करो स्वागत यशोदा के लाल का
जन्मदिन हैं लड्डू गोपाल का.
कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं


ब्रज की धरती पर
ठुमक चलत नंदलाल
हिंडोले में झूलें
लोट-पोट लड्डू गोपाल
कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं

लड्डू गोपाल की
दीवानी हुई मेरी आँखे हैं
अब तो ख्वाबों में भी राहें
ये लड्डू गोपाल की झाँके हैं
लड्डू गोपाल की जय हो


Laddu Gopal Status in Hindi

Laddu Gopal Status in Hindi
Laddu Gopal Status in Hindi | लड्डू गोपाल स्टेटस इन हिंदी

हर मानव के जीवन का दूर सारा भय हो,
जब हृदय बोले लड्डू गोपाल की जय हो.
कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं


लड्डू गोपाल के चरणों में शत-शत प्रणाम,
चित चोर कन्हैया की लगाओ जय-जयकार।
कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं


लड्डू गोपाल को बाँध देते है राखी,
वही हमारे ईश्वर है मित्र है और है सखी.
लड्डू गोपाल की जय हो


नजर ना लगे, आओ नजरें उतारे,
लड्डू गोपाल सबसे सुंदर सबसे प्यारे।
कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं


Laddu Gopal Quotes in Hindi

Laddu Gopal Quotes in Hindi
Laddu Gopal Quotes in Hindi | लड्डू गोपाल कोट्स इन हिंदी

चारों तरफ हो रही है जय-जयकार
लड्डू गोपाल से सब करते है प्यार,
आ जाओ आराध्य मेरे श्रीकृष्ण सरकार,
सज गए है मन और मंदिर में दरबार।
कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं


लड्डू गोपाल की कृपा सभी पर बनी रहे,
सबकी मनोकामनाएं पूर्ण हो और
लड्डू गोपाल का आशीष बन रहे,
सफलता का ताज हर सिर पर सजा रहे.
लड्डू गोपाल की जय हो


लड्डू गोपाल को सजाते है,
खाने से पहले उनको भोग लगाते है,
प्रभु के चरणों में शीश झुकाते है
आनंद में कान्हा का जन्मदिन मनाते है.
लड्डू गोपाल की जय हो


Laddu Gopal Shayari Pic

Laddu Gopal Shayari Pic
तीज गई, राखी गई
गई सावन की फुहार
लड्डू गोपाल के स्वागत
में खड़ा है सारा संसार।
Happy Krishna Janmashtami

सबका दिल है बड़ा बेकरार,
आज लुटाएंगे खुलकर प्यार,
माखनचोर की होगी जयजयकार
लड्डू गोपाल का मिलकर करे श्रृंगार।
लड्डू गोपाल की जय हो

लड्डू गोपाल शायरी
लड्डू गोपाल का देखो नया रंग,
कभी बजाएं बांसुरी, कभी उड़ाए पतंग,
दिन भर फोन लेकर बैठा रहे और
बात करे प्यारी राधा रानी के संग.
Happy Krishna Janmashtami

मैया माखन दूर है हाथ मोरा न जाए,
नन्हा सा कान्हा तेरा माखन कैसे चुराए।
बाल-ग्वाल सब बैरी है नाम मेरो बतलाए,
मुझको भोला जानके बरबस मुख लिपटाए।
लड्डू गोपाल की जय हो

हर एक सवाल का जवाब है कृष्ण
ब्रज की गोपियों के ख्वाब है कृष्ण,
प्रेम से पुकारे तो चले आये लड्डू खाने
दिल में बसने वाले लड्डू गोपाल है कृष्ण।
Happy Krishna Janmashtami

Laddu Gopal Love Quotes in Hindi
राधा-राधा जपने से हो
जायेगा तेरा उद्धार,
क्योंकि यही वो नाम है
जिससे कृष्ण को प्यार।
हैप्पी कृष्ण जन्माष्टमी

लड्डू गोपाल की लीला
है सबसे प्यारी,
वो दे आप सबको
दुनिया की खुशियाँ सारी।
कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई एवं शुभकामनाएं

ना राधा बनना है,
ना मीरा बनना है,
मैं तेरी दीवानी हूँ 
मुझे बस तेरा बनना है.कृष्ण का नाम “लड्डू गोपाल” कैसे पड़ा?
ब्रज की पावन भूमि पर प्रभु श्रीकृष्ण के परम भक्त कुम्भनदास रहते थे. इनके पुत्र का नाम रघुनंदन था. कुम्भनदास भगवान श्रीकृष्ण के परम भक्त थे और हर दिन समय पर भगवान की पूजा और सेवा किया करते थे. उनकी सेवा और पूजा में कोई बाधा ना पड़े इसलिए कहीं नहीं जाते थे. एक दिन वृन्दावन से उनके लिए भागवत कथा करने का न्योता आया.

पहले कुम्भनदास ने इंकार कर दिया लेकिन काफी सोच-विचार के बाद कथा में जाने के लिए तैयार हो गए. इन्होंने सोचा कि कथा के लिए जाने से पहले वो सारी तैयारी कर देंगे और कथा करके वापस लौट आएंगे। ताकि कथा भी हो जायेगा और सेवा-पूजा का नियम भी नहीं टूटेगा। उन्होंने अपने पुत्र को समझा दिया कि भोग तैयार कर दिया हूँ. तुम्हें समय पर ठाकुर जी को भोग लगा देना है. पुत्र को यह समझाकर कथा के लिए चल दिए.

कुम्भनदास के पुत्र रघुनंदन ने भोग के लिए थाली में भोजन निकालकर रख दिया और इन्तजार करने लगा कि ठाकुर जी आकर भोग लगाएंगे। रघुनंदन ने सोचा कि वे स्वयं आकर भोग लगाएंगे। जब समय काफी बीत गया तो बालक ने ठाकुर जी से आकर भोग ग्रहण करने का आग्रह किया। बार-बार आग्रह करने पर जब भोजन वैसे ही पड़ा रहा तब रघुनंदन ने उदास होकर बड़े ही प्रेम से श्रीकृष्ण को पुकारा और कहा – हे ठाकुर जी आओ और भोग लगाओ। कहते है ना सच्चे हृदय से जब भक्त भगवान को पुकारता है तो उन्हें आना ही पड़ता है.

#Vnita

रघुनंदन की प्रेम भरी पुकार पर प्रभु श्रीकृष्ण बालक का रूप धारण करके आते और भोग में लगाया सारा भोजन खाते। जब कुम्भनदास घर आकर रघुनंदन से प्रसाद मांगते तो वे पिता से कहते कि ठाकुर जी ने सारा भोजन का लिया। कुम्भनदास को लगा बच्चे को भूख लगी होगी इसलिए वही सारा प्रसाद खा गया होगा। परन्तु अब रोज की कहानी हो गई थी. फिर कुम्भनदास को शक होने लगा. तो उन्होंने एक दिल लड्डू बनाकर थाली में रखे और छुपकर देखने लगे कि रघुनंदन क्या करता है?

रघुनंदन ने रोज की तरह ही प्रभु श्रीकृष्ण को पुकारा तो वे बालक के रूप में प्रकट हुए और लड्डू खाने लगे. यह देखकर कुम्भनदास दौड़ते हुए आये और प्रभु के चरणों में गिरकर विनती करने लगे. उस समय कृष्ण के एक हाथ में लड्डू और दुसरे हाथ वाल लड्डू मुख में जाने को ही था कि वे एकदम मूर्ति हो गए. उसके बाद से ही उनकी इसी रूप की पूजा “लड्डू गोपाल” के रूप में होती है.

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