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जनवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सुनो ना 🥰मेरे सांवरे शोना😘"लम्हें भर के लिए रुक जाएं 💙 ये सांसे 🙏 😘"सांवरे शोना " 😘 ओर कोई आवाज़ ना हो. तेरी बाँसुरी के सिवा....!!!🙏 🌹💙 जय श्री राधेकृष्णा💙🌹गुड मॉर्निंग प्यारे भक्तों जय श्री कृष्ण राधे राधे जी 🌹🙏💙

सुनो ना 🥰 मेरे सांवरे शोना😘 "लम्हें भर के लिए रुक जाएं 💙    ये सांसे 🙏        😘"सांवरे शोना " 😘             ओर कोई आवाज़ ना हो.                तेरी बाँसुरी के सिवा....!!!🙏   🌹💙 जय श्री राधेकृष्णा💙🌹 गुड मॉर्निंग प्यारे भक्तों जय श्री कृष्ण राधे राधे जी 🌹🙏💙

मेरे कान्हा...📝 ‼सिर्फ दो शब्द‼सुनो कान्हा...💦तुम्हे चाहा तो ऐसा चाहा कि और कोई चाहत नहीं रही..दिल में यूँ नूर बन के छाये कि आँखों को तेरे दिदार की जरुरत नहीं रही..दिल की आँखों से देखा तो फिर दर ढूंढने की ज़रुरत नहीं रही. by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब,.!!श्री राध्ध्ध्ध्ये..❣,

मेरे कान्हा...📝        ‼सिर्फ दो शब्द‼ सुनो कान्हा...💦 तुम्हे चाहा तो ऐसा चाहा कि और कोई चाहत नहीं रही.. दिल में यूँ नूर बन के छाये कि आँखों को तेरे दिदार की जरुरत नहीं रही.. दिल की आँखों से देखा तो फिर दर ढूंढने की ज़रुरत नहीं रही..!! श्री राध्ध्ध्ध्ये..❣

💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥 🌹🤏 #भक्ति_और_विश्वास 👌🌹💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥एक व्यक्ति बहुत परेशान था। उसके मित्र ने उसे सलाह दी कि श्री कृष्ण भगवान की पूजा शुरू कर दो।उसने कृष्ण भगवान की एक मूर्ति घर लाकर उसकी पूजा करनी शुरू कर दी। कई साल बीत गए लेकिन, कोई लाभ नहीं हुआ।एक दूसरे मित्र ने कहा कि ‘ तू काली माँ की पूजा कर, जरूर तुम्हारे दुख दूर होंगे।अगले ही दिन वो एक काली माँ की मूर्ति घर ले आया।कृष्ण भगवान की मूर्ति मंदिर के ऊपर बने एक टाड़ पर रख दी और काली माँ की मूर्ति मंदिर में रख कर पूजा शुरू कर दी।कई दिन बाद उसके दिमाग में ख्याल आया कि जो धूपबत्ती काली माई को जलाता हूँ , उसे तो श्री कृष्ण जी भी सूँघते होंगे ।ऐसा करता हूँ कि श्रीकृष्ण का मुँह ही बाँध देता हूँ।जैसे ही वो ऊपर चढ़कर श्रीकृष्ण का मुँह बाँधने लगाकृष्ण भगवान ने उसका हाथ पकड़ लिया। वो हैरान रह गया और भगवान से पूछा "इतने वर्षों से पूजा कर रहा था, तब नहीं आए ! आज कैसे प्रकट हो गए ?"भगवान श्रीकृष्ण ने समझाते हुए कहा, “आज तक तू एक मूर्ति समझ कर मेरी पूजा करता था।किन्तु आज तुम्हें एहसास हुआ कि “कृष्ण साँस ले रहा है “ बस मैं आ गया।”संदेश - भगवान सिर्फ एक मूर्ति नहीं हैं, एक भावना हैं एक विश्वास हैं। हमारे बाबा गोस्वामी तुलसीदास जी कहते हैं ना...“जाकी रही भावना जैसी,प्रभु मूरत देखि तिन तैसी। 🌼🙏जय जय श्री राधे👏🌼💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥 🌺☘️जयश्री कृष्ण☘️🌺 🙏शुभ प्रभात वंंदन अभिनंदन जी👏💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥,

💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥                  🌹🤏 #भक्ति_और_विश्वास 👌🌹 💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥 एक व्यक्ति बहुत परेशान था। उसके मित्र ने उसे सलाह दी कि श्री कृष्ण भगवान की पूजा शुरू कर दो। उसने कृष्ण भगवान की एक मूर्ति घर लाकर उसकी पूजा करनी शुरू कर दी।  कई साल बीत गए लेकिन, कोई लाभ नहीं हुआ। एक दूसरे मित्र ने कहा कि ‘ तू काली माँ की पूजा कर, जरूर तुम्हारे दुख दूर होंगे। अगले ही दिन वो एक काली माँ की मूर्ति घर ले आया। कृष्ण भगवान की मूर्ति मंदिर के ऊपर बने एक टाड़ पर रख दी और काली माँ की मूर्ति मंदिर में रख कर पूजा शुरू कर दी। कई दिन बाद उसके दिमाग में ख्याल आया कि जो धूपबत्ती काली माई को जलाता हूँ , उसे तो श्री कृष्ण जी भी सूँघते होंगे । ऐसा करता हूँ कि श्रीकृष्ण का मुँह ही बाँध देता हूँ। जैसे ही वो ऊपर चढ़कर श्रीकृष्ण का मुँह बाँधने लगा कृष्ण भगवान ने उसका हाथ पकड़ लिया। वो हैरान रह गया और भगवान से पूछा   "इतने वर्षों से पूजा कर रहा था, तब नहीं आए ! आज कैसे प्रकट हो गए ?" भगवान श्रीकृष्ण ने समझाते हुए कहा, “आज तक तू एक मू...

*🙏🏻🌹मङ्गला झांकी दर्शन शुभ मङ्गलमय हो🌹🙏🏻ॐ श्री राधा गोविन्दाय नमः🌹🙏🏻**💐श्री कृष्ण गीता💐*आदि से रहित, गुणतीत है जो, सूक्ष्म,स्थूल से परे वह है। जिसको जानने से मुक्ति मिले, वह पारब्रह्म परमेश्वर है।।महिमा उसकी न कहीं न जाये, सर्वत्र व्यापक वही तो है। चहुं ओर हैं हाथ चरण जिसके, चहुं ओर नेत्र और मुख सिर हैं।।सबको आच्छादित किये है वह, चहुं ओर कर्ण उस ब्रह्म के हैं। इन्द्रियों के गुण जितने हैं, सबका प्रकाशक ब्रह्म यह है।।सबको धारण करने वाला, निर्लिप्त और यह न्यारा है। निर्गुण ब्रह्म है फिर भी अर्जुन, सब गुणों का भोक्ता यह ही है।।सबका पालन पोषण करना, सबका आधार ब्रह्म यह है। प्राणियों के भीतर बाहर है, स्थिर है और चर भी यह ही है।।*🙏🏻🌹हरि ॐ तत्सत🌹🙏🏻🌹ॐ नमो भगवते वासुदेवाय🌹🌹🙏🏻सुप्रभात मंगलम🙏🏻🌹*,

*🙏🏻🌹मङ्गला झांकी दर्शन शुभ मङ्गलमय हो🌹🙏🏻ॐ श्री राधा गोविन्दाय नमः🌹🙏🏻* *💐श्री कृष्ण गीता💐* आदि से रहित, गुणतीत है जो, सूक्ष्म,स्थूल से परे वह है। जिसको जानने से मुक्ति मिले, वह पारब्रह्म परमेश्वर है।। महिमा उसकी न कहीं न जाये, सर्वत्र व्यापक वही तो है। चहुं ओर हैं हाथ चरण जिसके, चहुं ओर नेत्र और मुख सिर हैं।। सबको आच्छादित किये है वह, चहुं ओर कर्ण उस ब्रह्म के हैं। इन्द्रियों के गुण जितने हैं, सबका प्रकाशक ब्रह्म यह है।। सबको धारण करने वाला, निर्लिप्त और यह न्यारा है। निर्गुण ब्रह्म है फिर भी अर्जुन, सब गुणों का भोक्ता यह ही है।। सबका पालन पोषण करना, सबका आधार ब्रह्म यह है। प्राणियों के भीतर बाहर है, स्थिर है और चर भी यह ही है।। By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब *🙏🏻🌹हरि ॐ तत्सत🌹🙏🏻 🌹ॐ नमो भगवते वासुदेवाय🌹 🌹🙏🏻सुप्रभात मंगलम🙏🏻🌹*

।।जय भोलेनाथ।।आप सभी को श्रावण मास की हार्दिक शुभकामनाएं।by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब ,मम अपराध क्षमा कर भोलेनाथ मुझपे अब तो दया कर दयानिधान करूणा के सागर हो भोलेनाथ मुझपे करूणा करो करूणानिधान**************************क्या दू जवाब किसी के सवालो काउलझन है ऐसा तेरे दिये सवालो काबहुत परेशान हूँ मैं भोलेनाथ सुलझा दो उलझन मेरे कृपानिधान ****************************भूल चुके है वो भी आज मुझको जिनके कभी धड़कन हुआ करते थे न टूटेगा कभी जो मजबूत रिस्ताउस रास्ते को भी सिसकते देखा***************************हर पल दिया तुने मुझे सहारा रूप तेरे बहुतेरे क्यों तुझे हम भूलेन भूल पाये चाहकर भी तुम्हें भोलेबस जाओ मस्तिष्क में मेरे भोलेमहान*****************************

।।जय भोलेनाथ।। आप सभी को श्रावण मास की हार्दिक शुभकामनाएं। मम अपराध क्षमा कर भोलेनाथ  मुझपे अब तो दया कर दयानिधान  करूणा के सागर हो भोलेनाथ  मुझपे करूणा करो करूणानिधान ************************** क्या दू जवाब किसी के सवालो का उलझन है ऐसा तेरे दिये सवालो का बहुत परेशान हूँ मैं भोलेनाथ  सुलझा दो उलझन मेरे कृपानिधान  **************************** भूल चुके है वो भी आज मुझको  जिनके कभी धड़कन हुआ करते थे  न टूटेगा कभी जो मजबूत रिस्ता उस रास्ते को भी सिसकते देखा *************************** हर पल दिया तुने मुझे सहारा  रूप तेरे बहुतेरे क्यों तुझे हम भूले न भूल पाये चाहकर भी तुम्हें भोले बस जाओ मस्तिष्क में मेरे भोलेमहान *****************************

।।जय श्री राधे कृष्ण।।दिल की यही हसरत है, एक बार मुलाकात हो जाये।वर्षो से जो दिल में है, एक बार उनसे वो बात हो जाये।।by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब,******************************************दिल तड़पे उन बिन बहुत, गुनाहों की सजा भुगत रहे।होंगे किस हाल वो, उसी चिंता मे हम तो जले जा रहे।।******************************************वो अल्हड़ पवन सुन जरा, संदेश मेरा उन तक पहुँचा दे।ऐ काली घटा बास्ता अम्बर की, दर्द मेरा उनको बता दे।।*******************************************विरह कि जिस अग्नि मे, हम उनको जलता छोड़ चले थे।अपनो के खातिर लालच बस, हम उनसे मुँह मोड़ चले थे।।*******************************************वो अपने मेरे अब तुझको भूल चुके, सब मुझको भूल चुके।भीड़ मे भी मैं बहुत तन्हा हूँ , वो हँसना कब का भूल चुके।।********************************************तुम बिन तन्हा चलते चलते,मंजिल का पता मैं भूल चुका हूँ।देखो हालत मेरी मन दर्पण मे, मै अब कितना टूट चुका हूँ।।*********************************************देने आखिरी विदाई, कुछ पल के लिए हो सके तो आ जाओ।भुला दो रुसवाई, बास्ता है उस मोहब्बत का मान भी जाओ।।**********************************************है गिले शिकवे जो भी दिल मे, एकबार फिर उसे भुला दो।चला जाऊंगा जहां से, बस एकबार फिर आकर मुस्कुरा दो।।**********************************************निकल चुके शायद दूर इतने, कि अब वो मुलाकात संभव नही।लेकिन न मिल सके दुबारा, गर दिल चाहे मिलना तो असंभव नही।।,

।।जय श्री राधे कृष्ण।। दिल की यही हसरत है, एक बार मुलाकात हो जाये। वर्षो से जो दिल में है, एक बार उनसे वो बात हो जाये।। By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब, ****************************************** दिल तड़पे उन बिन बहुत, गुनाहों की सजा भुगत रहे। होंगे किस हाल वो, उसी चिंता मे हम तो जले जा रहे।। ****************************************** वो अल्हड़ पवन सुन जरा, संदेश मेरा उन तक पहुँचा दे। ऐ काली घटा बास्ता अम्बर की, दर्द मेरा उनको बता दे।। ******************************************* विरह कि जिस अग्नि मे, हम उनको जलता छोड़ चले थे। अपनो के खातिर लालच बस, हम उनसे मुँह मोड़ चले थे।। ******************************************* वो अपने मेरे अब तुझको भूल चुके, सब मुझको भूल चुके। भीड़ मे भी मैं बहुत तन्हा हूँ , वो हँसना कब का भूल चुके।। ******************************************** तुम बिन तन्हा चलते चलते,मंजिल का पता मैं भूल चुका हूँ। देखो हालत मेरी मन दर्पण मे, मै अब कितना टूट चुका हूँ।। ********************************************* देने आखिरी विदाई, कुछ पल के लिए हो सके तो आ जाओ। भुला द...

||*जय श्री राधे कृष्ण*||हम क्यों रोते जग के नश्वरता पेन ये संसार मेरान ये संसार तेरानित्य नये आते आनेवाले लौटते जाने कब से चल रहान रूकने वाला क्रमराम कृष्ण यीशु पैगम्बरबुद्ध महावीर तीर्थंकरमुनि ज्ञानी संत फकीरमानते जानते पुजतेफिर भी ?हम क्यों रोतेजाना तो हैक्यों नही कुछ नयाकरने की खुद सेखुद ही प्रयास करते अवश्य कर पायेंगेहम संतान उनके हैंउद्देश्य आने का कुछ तो होगाजब हम बदलतेनित्य नए नूतनप्रसन्न होतेपर अगर आत्माक्यों नहीं आत्मचिंतन करते,

||*जय श्री राधे कृष्ण*|| हम क्यों रोते  जग के नश्वरता पे न ये संसार मेरा न ये संसार तेरा नित्य नये आते  आनेवाले लौटते  जाने कब से चल रहा न रूकने वाला क्रम राम कृष्ण यीशु पैगम्बर बुद्ध महावीर तीर्थंकर मुनि ज्ञानी संत फकीर मानते जानते पुजते फिर भी ? हम क्यों रोते जाना तो है क्यों नही कुछ नया करने की खुद से खुद ही प्रयास करते    अवश्य कर पायेंगे हम संतान उनके हैं उद्देश्य आने का  कुछ तो होगा जब हम बदलते नित्य नए नूतन प्रसन्न होते पर अगर आत्मा क्यों नहीं आत्मचिंतन करते वनिता पंजाब,

🔴🔴मधुर व्यवहार🔴🔴by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब एक राजा ने स्वप्न में देखा कि उससे एक परोपकारी साधु कह रहा है कि– "बेटा! कल रात को तुम्हें एक विषैला साँप काटेगा और उसके काटने से तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी । वह सर्प अमुक पेड़ की जड़ में रहता है। वह तुमसे पूर्व जन्म की शत्रुता का बदला लेना चाहता है ।"सुबह हुई......... राजा सोकर उठा और सपने की बात पर विचार करने लगा कि अपनी आत्मरक्षा के लिए क्या उपाय करना चाहिए ? विचार करते–करते राजा इस निर्णय पर पहुँचा कि मधुर व्यवहार से बढ़कर शत्रु को जीतने वाला और कोई हथियार इस पृथ्वी पर नहीं है । उसने सर्प के साथ मधुर व्यवहार करके उसका मन बदल देने का निश्चय किया ।शाम होते ही राजा ने उस पेड़ की जड़ से लेकर अपनी शय्या तक फूलों का बिछौना बिछवा दिया, सुगन्धित जलों का छिड़काव करवाया, मीठे दूध के कटोरे जगह–जगह रखवा दिये और सेवकों से कह दिया कि रात को जब सर्प निकले तो कोई उसे किसी प्रकार कष्ट पहुंचाने की कोशिश न करें । रात को साँप अपनी बांबी में से बाहर निकला और राजा के महल की तरफ चल दिया । वह जैसे-जैसे आगे बढ़ता गया, अपने लिए की गई स्वागत व्यवस्था को देख–देखकर आनन्दित होता गया । कोमल बिछौने पर लेटता हुआ, मनभावनी सुगन्ध का रसास्वादन करता हुआ, जगह-जगह पर मीठा दूध पीता हुआ आगे बढ़ता गया । इस तरह क्रोध के स्थान पर सन्तोष और प्रसन्नता के भाव उसमें बढ़ने लगे । जैसे-जैसे वह आगे चलता गया, वैसे–वैसे उसका क्रोध कम होता चला गया । राजमहल में जब वह प्रवेश करने लगा तो देखा कि प्रहरी और द्वारपाल सशस्त्र खड़े हैं, परन्तु उसे जरा भी हानि पहुंचाने की चेष्टा नहीं कर रहे हैं । यह असाधारण सी लगने वाले दृश्य देखकर साँप के मन में स्नेह उमड़ आया । सद्व्यवहार, नम्रता, मधुरता के जादू ने उसे मंत्रमुग्ध कर लिया था । कहाँ वह राजा को काटने चला था, परन्तु अब उसके लिए अपना कार्य असंभव हो गया । हानि पहुंचाने के लिए आने वाले शत्रु के साथ जिसका ऐसा मधुर व्यवहार है, उस धर्मात्मा राजा को काटूँ तो किस प्रकार काटूँ ? यह प्रश्न के चलते वह दुविधा में पड़ गया । राजा के पलंग तक जाने तक साँप का निश्चय पूरी तरह से बदल गया था । उधर समय से कुछ देर बाद साँप राजा के शयन कक्ष में पहुँचा । साँप ने राजा से कहा– "राजन! मैं तुम्हें काटकर अपने पूर्व जन्म का बदला चुकाने आया था, परन्तु तुम्हारे सौजन्य और सद्व्यवहार ने मुझे परास्त कर दिया ।" "अब मैं तुम्हारा शत्रु नहीं मित्र हूँ । मित्रता के उपहार स्वरूप अपनी बहुमूल्य मणि मैं तुम्हें दे रहा हूँ । लो इसे अपने पास रखो । इतना कहकर और मणि राजा के सामने रखकर साँप चला गया ।"🔵यह महज कहानी नहीं जीवन की सच्चाई है ।🔵 ⚪🔴⚪सदव्यवहार कठिन से कठिन कार्यों को सरल बनाने का माद्दा रखता है । यदि व्यक्ति व्यवहार कुशल है, तो वह सब कुछ प्राप्त करने में कामयाब होता है, जिसे पाने की वह हार्दिक इच्छा रखता है ।⚪🔴⚪वनिता, पंजाब

🔴🔴मधुर व्यवहार🔴🔴 By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब, एक राजा ने स्वप्न में देखा कि उससे एक परोपकारी साधु कह रहा है कि– "बेटा! कल रात को तुम्हें एक विषैला साँप काटेगा और उसके काटने से तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी । वह सर्प अमुक पेड़ की जड़ में रहता है। वह तुमसे पूर्व जन्म की शत्रुता का बदला लेना चाहता है ।" सुबह हुई.........                  राजा सोकर उठा और सपने की बात पर विचार करने लगा कि अपनी आत्मरक्षा के लिए क्या उपाय करना चाहिए ?  विचार करते–करते राजा इस निर्णय पर पहुँचा कि मधुर व्यवहार से बढ़कर शत्रु को जीतने वाला और कोई हथियार इस पृथ्वी पर नहीं है । उसने सर्प के साथ मधुर व्यवहार करके उसका मन बदल देने का निश्चय किया । शाम होते ही राजा ने उस पेड़ की जड़ से लेकर अपनी शय्या तक फूलों का बिछौना बिछवा दिया, सुगन्धित जलों का छिड़काव करवाया, मीठे दूध के कटोरे जगह–जगह रखवा दिये और सेवकों से कह दिया कि रात को जब सर्प निकले तो कोई उसे किसी प्रकार कष्ट पहुंचाने की कोशिश न करें ।             रात को साँप अपनी बांबी में से ब...

❣❣सुनो...कान्हा ❣❣💚खुल जाता है आप की यादों का 💚 💕बाजार सुबह.... सुबह...💕by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब💘और हम उसी रौनक में पूरा दिन 💘 💖🌹 गुजार देते हैं... !!💖🌹💕कन्हैया........ तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे💕💕💕इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे.........💕💕🌷🌺🍀शुभ संध्या जी ,,,,जय श्री कृष्ण श्री राधे राधे वंदना जी 🍀🌺🌷🍀🌺🌷🍀🌺🌷💐🙏🙏,,

❣❣सुनो...कान्हा ❣❣ By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब, 💚खुल जाता है आप की यादों का 💚              💕बाजार सुबह.... सुबह...💕 💘और हम उसी रौनक में पूरा दिन 💘                      💖🌹 गुजार देते हैं... !!💖🌹 💕कन्हैया........ तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे💕 💕💕इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे.........💕💕 🌷🌺🍀शुभ संध्या जी ,,,,जय श्री कृष्ण श्री राधे राधे वंदना जी 🍀🌺🌷🍀🌺🌷🍀🌺🌷💐 ..........राधा माला पोस्ट........... 🙏🙏जय श्री कृष्ण 🙏🙏 🙆🙆चलो भगतो राधा माला में चलते हैं 🙆🙆 👏👏👏👏👏👏👏 🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌 . *💞 _Զเधे_Զเधे _💞* *¸.•*""*•.¸**¸.•*""*•.¸**¸.•*""*•.¸*   *श्री वृंदावन बिहारी लाल की जय*            *जय जय श्री राधे* *¸.•*""*•.¸**¸.•*""*•.¸**¸.•*""*•.¸*  *💞༺꧁ Զเधॆ Զเधॆ꧂༻💞*    *🌿🌿राम,,राम,,सा,,🌿🌿* *🙏🌷सुप्रभात वंदन जी🌷🙏* 🌷हे राधिके..🌷 💖आपकी यादो में मेरा प्रेम इस कदर मुस्कुराता है कि..। 💖मेरे हर आँसू में श्री राधा श्...

हे मेरे सांवले सलोने कन्हैया...🌹 ❣️🥀❣️🥀❣️🥀"बैठे हो कहाँ रूठ के " "बृज धाम बसैय्या...!""दिखला दो दरस अब तो" "बृजराज कन्हैया"...!! 🙏 🙏 🙏"तुम्हारे हर कदम पर" "अपनी आँखे बिछा देंगे"...!"जो आओगे हमारे पास" "तो दिल में बिठा लेंगे"...!! 🙌 🙌 🙌"मगर ऐसा न हो की" "यह प्रार्थना बेकार हो जाये"...!"दिखादो वह झलक अपनी" "कि बेडा पार हो जाये"...!! by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब, 👏 👏 👏 🌹 जय श्री राधे कृष्णा 🌹,

हे मेरे सांवले सलोने कन्हैया...🌹          ❣️🥀❣️🥀❣️🥀 "बैठे हो कहाँ रूठ के "                 "बृज धाम बसैय्या...!" "दिखला दो दरस अब तो"                 "बृजराज कन्हैया"...!!                   🙏 🙏 🙏 "तुम्हारे हर कदम पर"         "अपनी आँखे बिछा देंगे"...! "जो आओगे हमारे पास"             "तो दिल में बिठा लेंगे"...!!                     🙌 🙌 🙌 "मगर ऐसा न हो की"       "यह प्रार्थना बेकार हो जाये"...! "दिखादो वह झलक अपनी"             "कि बेडा पार हो जाये"...!!                     👏 👏 👏 By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब            🌹 जय श्री राधे कृष्णा 🌹

🍂🌹🍂👏जय श्री राधे कृष्णा 👏🍂🌹🍂by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब🌹🍂🌹👏 शुभ रात्रि जी ⭐🌙🍂🌹🍂*हर साँस मैं* *श्रीराधा नाम का स्मरण करो..साँस खींचो तो "रा"बोलो* *साँस छोड़ो तो "धा"...का स्मरण करो**सँसार की ठोकरों से बचना है तो ठाकुर जी की शरण लो..ओर ठाकुर जी की शरण लेनी है तो ठकुराइन के गुण गाओ..हमारो धन राधे श्रीराधे जीवन धन राधे राधे राधे*🙏🌹जय जय श्री राधे 🌹🙏,

🍂🌹🍂👏जय श्री राधे कृष्णा 👏🍂🌹🍂 🌹🍂🌹👏 शुभ रात्रि जी ⭐🌙🍂🌹🍂 *हर साँस मैं*    *श्रीराधा नाम का स्मरण करो..साँस खींचो तो "रा"बोलो*    *साँस छोड़ो तो "धा"...का स्मरण करो* *सँसार की ठोकरों से बचना है तो ठाकुर जी की शरण लो..ओर ठाकुर जी की शरण लेनी है तो ठकुराइन के गुण गाओ..हमारो धन राधे श्रीराधे जीवन धन राधे राधे राधे* 🙏🌹जय जय श्री राधे 🌹🙏

🌷🎊#राधे_माला_कीर्तन_पोस्ट🎊🌷by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब🌺*""*•.¸जय श्री राधे ¸.•*""*🌺🍒👣#श्री_राधेकृष्णमयी_सुप्रभात👣🍒🙏🌺आप सभी #भक्तजनो,#प्रभु_प्रेमियो, #रसिकजनों का #राधे_माला_कीर्तन में हार्दिक अभिनंदन है जी 🙏 💕🍃🌸🍒👣जय श्री कृष्णा🙏राधे राधे जी 👣🍒🌺🌷चलो भक्तों #राधे_माला_कीर्तन में चलते हैं..🌷💕🌺 . और अपने ह्रदय सिहासंन पर🍃🙌 #श्री_राधारानी और #ठाकुर_जी को🌾😊 विराजमान करते हुए 💕अपने भावपूर्ण #भजनों #जयकारों सहित #युगल_चरणों 👣🌷में अपनी अपनी हाज़री लगाते हुए 🙌😇 #भजन_माला का आनन्द उठाते हैं 🎊💐🍁तो.....सभी रसिकजनो 💕🙌💐 🌺🌷प्रेम से बोलिए और लिखिए 🌷💕🌺 🌷💕राधे राधे जय जय श्री राधे💕🌷🌺🍃👣#मेरी_श्यामा के दरबार में आकर देखिए... किस्मत आपकी निखर जाएगी... नाम जपते जपते #मेरी_श्यामा का... जिन्दगी संवर जाएगी.. 🌷💫💕 🍒🌺जय जय श्री राधे🌺🍒🙏💕राधे राधे जपो जी आठों याम जी💕🙏🕉 #राधे_माला_कीर्तन 🕉🌺भक्तिमय #अलबेली_दरबार की 🌺 🕉🙏🌷#भक्तिमय_प्रस्तुति🌷🙏🕉 🚩🚩 #प्रतिदिन 🚩 🚩🌺#प्रातः7🕗⬅से➡#संध्या 7-30🕗🌺 ,, 🎊 ,, ๑;ु ๑); ,(-_-),;(-_-); '\'''''.\',,;'ँ\=;;";};; \/..\√/;!}%;{!ँ /;;"")!(!!;;;)};;; (\√/ ;\;;√;;;; \ |, ;;};;{;;;;; ,,;!',;;;/;;;\;;;;; 💞!! Զเधे🙏 Զเधे !!💞🎊🎊🎊 #संध्या 🎊🎊 🎊 🌷🕗7------🎊------7--30🕗🌷🌷👣#अखंड_प्रभु_नाम-संकीर्तन🌷👣🙌🌺👣🌺🙌🌺👣🌺🙌🌺👣🙌🌺🍒आज कोई भक्त रह न जाए हाजरी लगाने से 🍒🌺🌷🙏🌺राधे राधे बोलते रहिए... प्रभु चरणों 👣 🐾में हाज़री लगाते रहिए🌺🙏🌷🍃🌿🌺सेवा भावना बढ़ती रहे, कृपा बरसती रहे... 🌾🌷🙌💫🍁श्री राधे श्री राधे, नित निरंतर जपते रहें...🙏🍒🌷🌷🙏🌺श्री राधा कृष्णाय नमः🌺🙏🌷🙏🌺 श्री राधाकृष्णः शरणम् ममः 🌺🙏💕🌷💕?🍒🌺🍁💕🌺🌷💕🍒🍁👏🙏राधे_अलबेली_सरकार_करदो_बेडा_पार🙏👏💕🌷🌺💕🍁🌷🌺💕🍒🌷🍁🍒🌺🌿 🌿🌿🌿🌿🌷🌷 🌿🌿🌿🌿🌿🌺

🌷🎊#राधे_माला_कीर्तन_पोस्ट🎊🌷 🌺*""*•.¸जय श्री राधे ¸.•*""*🌺 🍒👣#श्री_राधेकृष्णमयी_सुप्रभात👣🍒 🙏by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब 🌺आप सभी #भक्तजनो,#प्रभु_प्रेमियो, #रसिकजनों का #राधे_माला_कीर्तन में हार्दिक अभिनंदन है जी 🙏 💕🍃🌸 🍒👣जय श्री कृष्णा🙏राधे राधे जी 👣🍒 🌺🌷चलो भक्तों #राधे_माला_कीर्तन में चलते हैं..🌷💕🌺 . और अपने ह्रदय सिहासंन पर🍃🙌 #श्री_राधारानी और #ठाकुर_जी को🌾😊 विराजमान करते हुए 💕अपने भावपूर्ण #भजनों #जयकारों सहित #युगल_चरणों 👣🌷में अपनी अपनी हाज़री लगाते हुए 🙌😇 #भजन_माला का आनन्द उठाते हैं 🎊💐🍁तो.....सभी रसिकजनो 💕🙌💐  🌺🌷प्रेम से बोलिए और लिखिए 🌷💕🌺   🌷💕राधे राधे जय जय श्री राधे💕🌷 🌺🍃👣#मेरी_श्यामा के दरबार में आकर देखिए...  किस्मत आपकी निखर जाएगी...  नाम जपते जपते #मेरी_श्यामा का...  जिन्दगी संवर जाएगी.. 🌷💫💕               🍒🌺जय जय श्री राधे🌺🍒 🙏💕राधे राधे जपो जी आठों याम जी💕🙏 🕉 #राधे_माला_कीर्तन 🕉 🌺भक्तिमय #अलबेली_दरबार की 🌺  🕉🙏🌷#भक्तिमय_प्रस...

..........राधा माला पोस्ट...........by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब🙏🙏जय श्री कृष्ण 🙏🙏🙆🙆चलो भगतो राधा माला में चलते हैं 🙆🙆👏👏👏👏👏👏👏🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌. *💞 _Զเधे_Զเधे _💞**¸.•*""*•.¸**¸.•*""*•.¸**¸.•*""*•.¸* *श्री वृंदावन बिहारी लाल की जय* *जय जय श्री राधे**¸.•*""*•.¸**¸.•*""*•.¸**¸.•*""*•.¸* *💞༺꧁ Զเधॆ Զเधॆ꧂༻💞* *🌿🌿राम,,राम,,सा,,🌿🌿**🙏🌷सुप्रभात वंदन जी🌷🙏*🌷हे राधिके..🌷💖आपकी यादो में मेरा प्रेम इस कदर मुस्कुराता है कि..।💖मेरे हर आँसू में श्री राधा श्री राधा नाम लिखा आता है..🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌻🌿 Radhey Radhey ji 🌿🌻💓💜💛💚🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌मैं बनवाना चाहता हूँ एक ऐसा मकान🏡जिसकी नींव के हर पत्थर पर लिखा हो राधे कृष्णा का नाम।।💜💜💜💜💜💜💜🌷घर के हर कमरे के भीतर राधा कृष्णा की हो तस्वीरें।जो भी उस घर में आये जाग जाए उसकी तक़दीरे।घर के हर कोने में हो बस राधा रानी का गुणगान।मैं बनवाना चाहता हूँ एक ऐसा मकान।।💛💛💛💛💛💛💛🌷 नल खोलूँ रसोई का तो उसमे लाड़ली का चरण जल निकले।।जब भी खिड़कियां खोलूँ तो राधा रानी की महक निकले।।सुन्दर सुन्दर भजन बना के गाऊँ मैं सुबह शाम।।मैं बनवाना चाहता हूँ एक ऐसा मकान।।💓💓💓💓💓💓💓🌷जो भी घण्टी बजाए घर की राधे राधे दे सुनाई।घर की हर वस्तु के अंदर राधा रानी ही दे दिखाई।।घर के मुख्य द्वार पर लिखवाउ राधे राधे मैं।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏खाते :पीते;सोते;जागते राधे की करूँ जय जयकार मैंरुखा सूखा जो भी हो पहले खाये श्यामा श्याम मेरे।मैं बनवाना चाहता हुँ एक ऐसा मकान।👏👏👏👏👏👏👏👏🌷 आना जाना लगा रहे मेरे उस घर में सन्तों कारोज रोज आशीष मिले मुझे राधा रानी के भक्तो का।मेरी उस छोटी सी कुटिया में श्यामा श्याम करे आराम..जय जय श्री राधे जी...🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌जय श्री राधे राधे जी 🙏❤#राधे कृष्ण🌹🌹🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🙏💖शुभ प्रभात जी💖🙏*🙏#राधे_राधे बोलना पाडेगा जी🙏**🌹#जय_श्री_कृष्णा🌹*.🙏🙏🙏🌷🌷🌷,

..........राधा माला पोस्ट........... 🙏🙏जय श्री कृष्ण 🙏🙏 🙆🙆 By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब चलो भगतो राधा माला में चलते हैं 🙆🙆 👏👏👏👏👏👏👏 🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌 . *💞 _Զเधे_Զเधे _💞* *¸.•*""*•.¸**¸.•*""*•.¸**¸.•*""*•.¸*   *श्री वृंदावन बिहारी लाल की जय*            *जय जय श्री राधे* *¸.•*""*•.¸**¸.•*""*•.¸**¸.•*""*•.¸*  *💞༺꧁ Զเधॆ Զเधॆ꧂༻💞*    *🌿🌿राम,,राम,,सा,,🌿🌿* *🙏🌷सुप्रभात वंदन जी🌷🙏* 🌷हे राधिके..🌷 💖आपकी यादो में मेरा प्रेम इस कदर मुस्कुराता है कि..। 💖मेरे हर आँसू में श्री राधा श्री राधा नाम लिखा आता है.. 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 🌻🌿 Radhey Radhey ji 🌿🌻💓💜💛💚 🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌 मैं बनवाना चाहता हूँ एक ऐसा मकान🏡 जिसकी नींव के हर पत्थर पर लिखा हो राधे कृष्णा का नाम।। 💜💜💜💜💜💜💜 🌷घर के हर कमरे के भीतर राधा कृष्णा की हो तस्वीरें। जो भी उस घर में आये जाग जाए उसकी तक़दीरे। घर के हर कोने में हो बस राधा रानी का गुणगान। मैं बनवाना चाहता हूँ एक ऐसा मकान।। 💛💛💛💛💛💛💛 🌷 नल खोलूँ रसोई का तो उसमे लाड़ली का...

🎻🎻नगरी नगरी फिरी मीरा बन के मुसाफिर घर का पता ठिकाना भूल गई।🎻🎻रोम रोम में जोग रमाया कृष्ण नाम का अपना पराया सब भूल गई।🎻राघे राघे 🎻🎻🎻,

🎻🎻 नगरी नगरी फिरी मीरा बन के मुसाफिर घर का पता ठिकाना भूल गई। 🎻🎻 रोम रोम में जोग रमाया कृष्ण नाम का अपना पराया सब भूल गई। 🎻राघे राघे 🎻 🎻🎻

श्री भक्तिमय 🌹राधे कृष्णा🌹 अलबेली🙏🙏सभी प्रिय भक्तों को जय श्री राधे कृष्णा जी👏सुप्रभात,,,राधे राधे जी 🍀🌷**#दिल_से *#राधे_राधे जी**🌷🍀♥️ #प्यारे_प्यारे_श्याम हमारे♥️ ♥️ #सूरज के बिना #सुबह नही होतीं♥️♥️ #चन्दा के बिना #रात नही होती♥️ ♥️ #बादल के बिना #बरसात नही होतीं♥️♥️ #श्याम तुम बिन #नैय्या ♥️ ♥️ #भव से #पार नही होतीं ♥️:)🇮🇳अभिनंदन दोस्तों👫👣👣 Զเधे_Զเधे बोलिए_सभी*🇮🇳(#हमेशा_मुस्कुराते_रहिये"" :)🇮🇳,

श्री भक्तिमय 🌹राधे कृष्णा🌹   अलबेली🙏🙏सभी प्रिय भक्तों को जय श्री राधे कृष्णा जी👏सुप्रभात,,,राधे राधे जी 🍀🌷**#दिल_से *#राधे_राधे जी**🌷🍀 ♥️ #प्यारे_प्यारे_श्याम हमारे♥️              ♥️ #सूरज के बिना #सुबह नही होतीं♥️ ♥️ #चन्दा के बिना #रात नही होती♥️                ♥️ #बादल के बिना #बरसात नही होतीं♥️ ♥️ #श्याम तुम बिन #नैय्या ♥️                   ♥️ #भव से #पार नही होतीं ♥️ :)🇮🇳अभिनंदन दोस्तों👫 👣👣 Զเधे_Զเधे बोलिए_सभी* 🇮🇳(#हमेशा_मुस्कुराते_रहिये"" :)🇮🇳

💝☘️💐💝☘️💐💝☘️💐💝🍀💐💝☘️💐💝 💐🍀 जय हो शिव शक्ति की 🍀💐भोले बाबा तेरा संसार है ये शिव शक्ति का दरबार!संसार का नहीं है अंतपार भोले बाबा तेरा संसार!! विराजे कैलाश हैं तेरा द्वार! प्रभु तेरी शक्ति है आपार!जटा में गंगा को दिया आधार भोले बाबा तेरा संसार!संसार का नहीं है अंतपार भोले बाबा तेरा संसार!! योगेश्वर तू है निर्गुण निराकार! त्रिदेव स्वरूप तू ही है ॐकार!!प्रभु ये भवसागर करो पार भोले बाबा तेरा संसार!संसार का नहीं है अंतपार भोले बाबा तेरा संसार!! 💐🍀 BY समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब,🍀💐💝🍀💐💝🍀💐💝🍀💐💝🍀💐💝🍀💐💝

💝☘️💐💝☘️💐💝☘️💐💝🍀💐💝☘️💐💝           💐🍀 जय हो शिव शक्ति की 🍀💐 भोले बाबा तेरा संसार है ये शिव शक्ति का दरबार! संसार का नहीं है अंतपार भोले बाबा तेरा संसार!!           विराजे कैलाश हैं तेरा द्वार!                    प्रभु तेरी शक्ति है आपार! जटा में गंगा को दिया आधार भोले बाबा तेरा संसार! संसार का नहीं है अंतपार भोले बाबा तेरा संसार!!         योगेश्वर तू है निर्गुण निराकार!                  त्रिदेव स्वरूप तू ही है ॐकार!! प्रभु ये भवसागर करो पार भोले बाबा तेरा संसार! संसार का नहीं है अंतपार भोले बाबा तेरा संसार!!             💐🍀 कवी गंगाराम भोस्तेकर🍀💐 💝🍀💐💝🍀💐💝🍀💐💝🍀💐💝🍀💐💝

सांइया से सबकुछ होत हैं मुज बंदे से कछु नाइराइकु परबत करे परबत बागेज मांहींगुरुदेव ही सबकुछ करते है मैं कुछ नही कर सकतारंक को राजा और राजा को रंक वो ही बनाते है,

सांइया से सबकुछ होत हैं मुज बंदे से कछु नाइ राइकु परबत करे परबत बागेज मांहीं गुरुदेव ही सबकुछ करते है मैं कुछ नही कर सकता रंक को राजा और राजा को रंक वो ही बनाते है

*जय श्री कृष्णा..!!by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब❤*मुझे चरणों से लगाले मेरे श्याम मुरली वाले। मेरी स्वास–स्वास में तेरा है नाम *मुरली वाले...।।*भक्तो की तुमने कान्हाँ विपदा है टारी, मेरी भी वाह थामो आके बिहारी। बिगड़े बनाए तुमने हर काम मुरली वाले।। *मुझे चरणो से..!*!पतझड़ है मेरा जीवन, बनके बहार आजा, सुनले पुकार कान्हाँ बस एक बार आजा। बेचैन मन के तुम्ही आराम मुरली वाले।। *मुझे चरणो से..!!* तुम हो दया के सागर, जनमो की मै हूँ प्यासी, दे दो जगह मुझे भी चरणों में बस जरा सी। सुबह तुम्ही हो, तुम्ही मेरी श्याम मुरली वाले।। *मुझे चरणों से लगाले मेरे श्याम मुरली वाले..!!* 💝💝 सुप्रभात सांवरे 💝💝,

*जय श्री कृष्णा..!!by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब ❤* मुझे चरणों से लगाले मेरे श्याम मुरली वाले। मेरी स्वास–स्वास में तेरा है नाम *मुरली वाले...।।* भक्तो की तुमने कान्हाँ विपदा है टारी, मेरी भी वाह थामो आके बिहारी। बिगड़े बनाए तुमने हर काम मुरली वाले।।  *मुझे चरणो से..!*! पतझड़ है मेरा जीवन, बनके बहार आजा, सुनले पुकार कान्हाँ बस एक बार आजा। बेचैन मन के तुम्ही आराम मुरली वाले।।  *मुझे चरणो से..!!*  तुम हो दया के सागर, जनमो की मै हूँ प्यासी, दे दो जगह मुझे भी चरणों में बस जरा सी। सुबह तुम्ही हो, तुम्ही मेरी श्याम मुरली वाले।।  *मुझे चरणों से लगाले मेरे श्याम मुरली वाले..!!*           💝💝 सुप्रभात सांवरे 💝💝

Radha mala kritan~*~*~*~*~*~*~*~ 🌺🌺# Զเधे# माला#किर्तन#पोस्ट🌺🌺 🕖🕗, 🙌Զเधे माला राधे किर्तन के दिवानो,,,आज कि राधे माला कि भव्य प्रस्तुति,,, 🌺🌺 आइये श्याम,श्यामा सुन्दर के सभी भक्तो #राधे_माला_कीर्तन मॆ तन मन धन से जयकारा लगाकर प्रभु को दरबार मॆ बुलाने का आह्वान करते हे,,,,, 🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿*सखी*👸 देख श्याम श्रृंगार हुई रे में दीवानी🙋दीवानी हुई मस्तानी हुई सखी.....🥰 🌺नैन तेरे हे कजरारे और घुंघराले बालरुप तुम्हारा देख के मोहन,हाल हुआ बेहालअधरो पे तेरे मुरली सोहे, राधारानी साथ हैवाह वाह क्या बात है, वाह वाह क्या बात हैरुप तुम्हारा देख के मोहन चांद सितारे शरमायेसांवरिया से मिलने देखो सभी देवता है आयेभोले बाबा डमरू बजाये, ब्रह्मा विष्णु साथ है 😁वाह वाह क्या बात है.....👶 कितनी प्यारी कितनी सोणी तेरी छवि ये लगती हैधरती की सारी उपमा तेरे आगे फीकी लगती हैसभी देवता तुझ पर करते फुलों की बरसात हे🌺 👌 वाह वाह क्या बात है.......नन्द लाला का दर्शन करने आये भक्त हजार है🥰श्याम कह रहा मुरली वाला लुटा रहा भंडार हैजितना चाहे लूटो , शरमाने की नहीं कोई बात😌 वाह वाह क्या बात है, वाह वाह क्या बात है 👏👏👏👏👏👏 🦚🎡🦚🎡🦚🎡🦚🎡🦚😮जो में जानती प्रित करें दुःख होय📣नगर ढिन्ढोरा पीटती प्रीत ना करियो कोय🙌🙌 🌹 *जय श्री 🙏 🌷 *Զเधे Զเधे* 🌷 🎶 जय्य्य्य्य्य्य होओओओओ साँचे अलबेली दरबार कि जय होओओओओ जय जय श्री राधे माला post 💟,

Radha mala kritan ~*~*~*~*~*~*~*~  🌺🌺# Զเधे# माला#किर्तन#पोस्ट🌺🌺         🕖🕗 , 🙌Զเधे माला राधे किर्तन के  दिवानो,,, आज कि राधे माला कि भव्य प्रस्तुति,,,           🌺🌺 आइये श्याम,श्यामा सुन्दर के सभी भक्तो #राधे_माला_कीर्तन मॆ तन मन धन से जयकारा लगाकर प्रभु को दरबार मॆ बुलाने का आह्वान करते हे,,,,, 🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿 *सखी*👸       देख श्याम श्रृंगार हुई रे में दीवानी🙋 दीवानी हुई मस्तानी हुई सखी.....🥰 By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब,    🌺नैन तेरे हे कजरारे और घुंघराले बाल रुप तुम्हारा देख के मोहन,हाल हुआ बेहाल अधरो पे तेरे मुरली सोहे, राधारानी साथ है वाह वाह क्या बात है, वाह वाह क्या बात है रुप तुम्हारा देख के मोहन चांद सितारे शरमाये सांवरिया से मिलने देखो सभी देवता है आये भोले बाबा डमरू बजाये, ब्रह्मा विष्णु साथ है 😁 वाह वाह क्या बात है..... 👶 कितनी प्यारी कितनी सोणी तेरी छवि ये लगती है धरती की सारी उपमा तेरे आगे फीकी लगती है सभी देवता तुझ पर ...

मन मे... कोई दरवाजा भी हैओर उस दरवाजे में... दस्तक भी होती है...☺ये मैंने तब जाना कान्हा ... जब तुम आये .!!!....!!! 🙏,

मन मे... कोई दरवाजा भी है ओर उस दरवाजे में... दस्तक भी  होती है...☺ ये मैंने तब जाना कान्हा ... जब तुम आये .!!! ....!!! 🙏

शुभ संध्या वंदना दोस्तों 🙏🌷🙏श्याम से एक वादा बाकी है। 🙏प्यार जिंदा हे क्योंकि एक याद बाकी है।🙏 मौत भी आये तो कह देंगे लोट जा क्योँकी 🙏अभी मेरे श्याम से एक मुलाकात बाकी है।☘️🌷🍀🌷☘️ जय श्री राधे राधे .......,

शुभ संध्या वंदना दोस्तों 🙏🌷🙏श्याम से एक वादा बाकी है। 🙏प्यार जिंदा हे क्योंकि एक याद बाकी है।🙏 मौत भी आये तो कह देंगे लोट जा क्योँकी 🙏अभी मेरे श्याम से एक मुलाकात बाकी है।☘️🌷🍀🌷☘️ जय श्री राधे राधे .......

हे मेरे प्राण प्यारे प्रियतम कृष्ण !ऐसा क्या कहूँ जो तेरे दिल को छू जाए.ऐसी क्या दुआ माँगू कि तू मेरा हो जाए.तुझे पाना नहीं तेरा हो जाना है मन्नत मेरी.ऐसा क्या करूँ जो यह मन्नत पूरी हो जाए. वनिता पंजाब °••°जय श्री राधे कृष्ण °••°🌹🦚🦜,

हे मेरे प्राण प्यारे प्रियतम कृष्ण ! ऐसा क्या कहूँ जो तेरे दिल को छू जाए. ऐसी क्या दुआ माँगू कि तू मेरा हो जाए. तुझे पाना नहीं तेरा हो जाना है मन्नत मेरी. ऐसा क्या करूँ जो यह मन्नत पूरी हो जाए.                               °••°जय श्री राधे कृष्ण °••°🌹by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब 🦚🦜

सुप्रभात जी,,,,,,कान्हा तेरे दर्शन को...💐💐💐💐💐लताओ मे बृज की गुजारा करेंगेकन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे.....!!मिलेगे हमे जब वो बांके बिहारीउन्हे बैठ नैनो से निहारा करेंगे ।। कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे..........उन्हे पृेम डोरी मे जब बांध लेगेदेखेगे कैसे वो छुड़ाया करेंगे ।। वनिता पंजाब कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे........!!💕,

सुप्रभात जी ,,,,,, कान्हा तेरे दर्शन को... 💐💐💐💐💐 लताओ मे बृज की गुजारा करेंगे कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे.....!! मिलेगे हमे जब वो बांके बिहारी उन्हे बैठ नैनो से निहारा करेंगे ।।              कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे.......... उन्हे पृेम डोरी मे जब बांध लेगे देखेगे कैसे वो छुड़ाया करेंगे ।। वनिता पंजाब,          कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे........!!💕

💦🌹🍁🌹💦🙏 राधा माला कीर्तन पोस्ट 🙏💦🌹💦🍁🍀🍁🍀🍁🍀🍁🍀🍁🍀by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब,🙏🍁🍀🍁🌷🍀🌷🙏 जय जय श्री राधे राधे जय श्री कृष्णा 🌷🍀🌷 🍁💦🍁 🍀🙌🙏🙏 सब भक्तको मेरा शुभ प्रभात 🙏🌿📿🍃 चलो सब राधा रानी के चरणो मै हाजरी लगाते हैं बाके बिहारी के चरणों में भावों के पुष्प चढ़ाते है 💦🌿🍃💓💦 राधे राधे जय श्री कृष्णा 💦💓🙌📿🍃🙏💦🤗 नीले हो जो है नैना कटार से काहना बड़े जुलमी है दिल कश अदा काहना तेरी करै हैं 🍁 दिल को ख्याल सुनो ओ मन बसिया कान्हा तेरे दरश के दिवाने हैं खामोशी से तुझे पुकारे काहे को तू मुरलिया बाजा के शोर करे नैनो की बातें नैनो से हो जाने दे ओ छलिया चित्त चोर काहनिया कुछ तू सुना कुछ हमरि सुन ओ काहना तेरी मधुर मधुर मुस्कान पे वारि जाऊँ आ 🤗 काहना आज तोरि मैं नजर उतरू काहना तोरि सावलि सुरतिया पे ये जग दिवाना सब पे अपनी करूणा बरसाना 🙌🍁🍃 🌹💥🌿🌹🙏 जय श्री कृष्णा 🙏🌹🌿💥💦💕💦📿💅🤔 ओ रि राधे रानी कैसे मैं तेरी कृपा का वर्णन करू मेरी वाणि में वो दम नहीं है बस तेरी लगन ने दिवाना किया है 💦 तेरी भक्ति जैसी कोई मस्ती नहीं है क्या कहुँ राधे रानी तोसे भायि प्रीत जिंदगानी सफल भायि मेरी आँखों की चाहत बढती जाए दर्शन हो जाए वृदावान कि रज एक बार मिल जाए पल पल दिल ये पुकारे राधे रानी का दीदार हो जाए काहना की दिवानी का हम भक्तजनो पे एहसान हो जाए 💅💦 बड़ी मुश्किलों मै ये संसार हैं तुझ पे बड़ा विश्वास हैं अब ये जिंदगानी तेरे हवाले सबकी भक्ति का मान रख लेना आँखों से नीर बहते कहने को शब्द नहीं आप तो जानो 💦📿💅🤔 ओ राधे रानी तोसे मनवा लगा के दिल की बातिया बताई काहना से सिपरिस कर दिजौ 🙏📿💦❤💦🙏📿📿❤💦❤ राधे राधे जय श्री राधे श्याम पिया की पटरानी राधे राधे बृज वाहीनी शयामा राधे राधे श्याम संग राधे राधे बृज किशोरी राधेय राधेय राधेय राधेय राधेय तेरी माला जापते रहे आठौ याम राधे राधे राधे राधे राधे 📿💦❤💦📿❤💦📿🌿🍃🌿💦❤🌿🍀💦❤🌿🍃🌹❤🌹❤🍃🌿❤🙏 जय जय श्री राधे राधे जय श्री कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा राधे राधे जी 💦❤💦🙏🙏,

💦🌹🍁🌹💦🙏 राधा माला कीर्तन पोस्ट 🙏💦🌹💦🍁🍀🍁🍀🍁🍀🍁🍀🍁🍀🙏🍁🍀🍁 🌷🍀 by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब 🌷🙏 जय जय श्री राधे राधे जय श्री कृष्णा 🌷🍀🌷   🍁💦🍁 🍀🙌🙏🙏 सब भक्तको मेरा शुभ प्रभात 🙏 🌿📿🍃 चलो सब राधा रानी के चरणो मै हाजरी लगाते हैं बाके बिहारी के चरणों में भावों के पुष्प चढ़ाते है 💦🌿🍃 💓💦 राधे राधे जय श्री कृष्णा 💦💓🙌📿🍃🙏 💦🤗 नीले हो जो है नैना कटार से काहना बड़े जुलमी है दिल कश अदा काहना तेरी करै हैं 🍁 दिल को ख्याल     सुनो ओ मन बसिया कान्हा तेरे दरश के दिवाने हैं खामोशी से तुझे पुकारे काहे को तू मुरलिया बाजा के शोर करे नैनो की बातें नैनो से हो जाने दे ओ छलिया चित्त चोर काहनिया कुछ तू सुना कुछ हमरि सुन ओ काहना तेरी मधुर मधुर मुस्कान पे वारि जाऊँ आ 🤗 काहना आज तोरि मैं नजर उतरू काहना तोरि सावलि सुरतिया पे ये जग दिवाना सब पे अपनी करूणा बरसाना 🙌🍁🍃         🌹💥🌿🌹🙏 जय श्री कृष्णा ...

🙏.राधे 💓माला 💓पोस्ट🙏 🙏 जय श्री राधे कृष्णा 🙏🌹 🌳🌷 शुभ प्रभात वंदन जी 🌷🌳🙏🏵️🙏 हरि के चरणों में 🙏🏵️🙏🌲🌸🌲🌸🌲🌸🌲🌸सांवलशा गिरधारी,भला हो रामा,सांवलशा गिरधारी,मोह भरौसो भारी आयो शरन तीहारी।🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏सांवरे सेठ बिना दीनानाथ मोरी कौन खबर ले हरी बिना मोरी कौन खबरले🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏मोर मुकुट सिर छात्र विराजे कुण्डल की छवि न्यारी।।भला ओ रामा।।🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏पचरंग पाग केशरिया जामो,हिवडे रो हार हजारी।।भला ओ रामा।।🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏वृन्दावन में धेनु चरावे, मुरली बाजावे गिरधारी।।भला ओ रामा।।🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️मीरां शरण सांवल गिरधर की,चरण कमल बलिहारी।।भला ओ रामा।। 🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏 🙏🏵️ जय श्री राधे कृष्णा 🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️भक्ति रस भक्ति मय पावन अलबेली सरकार✨✨✨✨✨✨✨✨✨🌹सभी प्रिय भक्तों को जय श्री राधे कृष्णा जी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,*🌷🍀,

🙏.राधे 💓माला 💓पोस्ट🙏               🙏 जय श्री राधे कृष्णा 🙏🌹  🌳🌷 शुभ प्रभात वंदन जी 🌷🌳 🙏🏵️🙏 हरि के चरणों में  🙏🏵️🙏🌲🌸🌲🌸🌲🌸🌲🌸 सांवलशा गिरधारी,भला हो रामा, सांवलशा गिरधारी,मोह भरौसो भारी आयो शरन  तीहारी।🙏🏵️🙏🏵️ 🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏 सांवरे सेठ बिना दीनानाथ मोरी कौन खबर ले हरी बिना मोरी कौन खबरले 🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏 मोर मुकुट सिर छात्र विराजे कुण्डल की छवि न्यारी।।भला ओ रामा।। 🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏 पचरंग पाग केशरिया जामो,हिवडे रो हार हजारी।।भला ओ रामा।। 🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏 वृन्दावन में धेनु चरावे, मुरली बाजावे गिरधारी।।भला ओ रामा।।🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️ मीरां शरण सांवल गिरधर की,चरण कमल बलिहारी।।भला ओ रामा।। 🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏        🙏🏵️ जय श्री राधे कृष्णा 🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️🙏🏵️ भक्ति रस भक्ति मय  पावन अलबेली सरकार ✨✨✨✨✨✨✨✨✨🌹 सभी प्रिय भक्तों को जय श्री राधे कृष्णा जी ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,*🌷🍀 ...

🍃🍃🍅🍃🍃🍂🍃🍃🍂🍃🍃 मेरे साँवरिया ......आज इतना जहर पिला दो कीसांस तक रुक जाए मेरी.... मेरे कान्हा सुना है की सांस रुक जाए तो रूठे हुये भी देखने आते है...⚡ 🌷🌷 राधे राधे जी 🌷🌷🍃🍃🍂🍃🍃🍂🍃🍃🍂🍃🍃,

🍃🍃🍅🍃🍃🍂🍃🍃🍂🍃🍃              मेरे साँवरिया ...... आज इतना जहर पिला दो की सांस तक रुक जाए मेरी....               मेरे कान्हा  सुना है की सांस रुक जाए तो  रूठे हुये भी देखने आते है...⚡                  🌷🌷 राधे राधे जी 🌷🌷 🍃🍃🍂🍃🍃🍂🍃🍃🍂🍃🍃

🌹🌹बाँके बिहारी जी🌹🌹नशीली आँखों से तुम देखते हो…हम घबराकर आँखे झुका लेते हैं।कौन मिलाये इन आँखों से आँखे…सुना है तुम आँखों से दिल चुरा लेते हो♻🎊!! Զเधे Զเधे जी👣!!🎊♻ॐ○ॐ○ॐ○ॐ○ॐ○ॐ○ॐ○ॐ○ॐ○ॐ,

🌹🌹बाँके बिहारी जी🌹🌹 नशीली आँखों से तुम देखते हो… हम घबराकर आँखे झुका लेते हैं। कौन मिलाये इन आँखों से आँखे… सुना है तुम आँखों से दिल चुरा लेते हो ♻🎊!! Զเधे Զเधे जी👣!!🎊♻ ॐ○ॐ○ॐ○ॐ○ॐ○ॐ○ॐ○ॐ○ॐ○ॐ

🌷 राधा नाम लेइ जो कोई.., 🌷🌷 सहजहिं दामोदर वश होई l🌷🙏 श्री राधे की उपासना अद्भुत अलौकिक ब्रह्मानंद प्राप्त कराने वाली महान भक्ति है l जो भी नर ये उपासना करता है तमाम भौतिक सुख भोग और मोक्ष का अधिकारी है । श्री राधा रानी जी श्रीकृष्ण की समस्त शक्तियों, लीलाओं और गुणों की अधीश्वरी हैं। भगवान श्रीकृष्ण रसेश्वर हैं तो श्रीराधिका रसेश्वरी। श्रीराधा श्रीकृष्ण की पूजनीया हैं और भगवान श्रीकृष्ण श्रीराधा के पूजनीय हैं। श्रीराधा को प्रसन्न करने के लिए श्रीकृष्ण की आराधना करनी चाहिए । श्रीराधा की उपासना करने वाले साधक को अपने को श्रीराधा की सेविकाओं में से एक तुच्छ सेविका मानकर उपासना करनी चाहिए l श्रीराधा की सेविकाओं की सेवा में सफल होने पर ही श्रीराधा की सेवा का अधिकार मिलता है।🌷 चिरकाल तक श्रीकृष्ण की आराधना करके मनुष्यों की जो-जो कामना पूर्ति होती है, वह श्रीराधा की उपासना से स्वल्पकाल (थोड़े से समय) में ही सिद्ध हो जाती है। प्रसन्न होकर वे साधक को सभी अभीष्ट सिद्धियां प्रदान करती हैं। शास्त्र में श्रीराधा ‘राधा’ शब्द से ही सभी अभीष्ट कामनाओं को देने वाली कहलाती हैं l वे ही जगन्माता और श्रीकृष्ण जगत्पिता हैं। पिता से माता सौगुनी श्रेष्ठ मानी गयी है। भवसागर से पार उतारने की शक्ति श्रीकृष्ण से बढ़कर श्रीराधा में है। श्रीकृष्ण की प्राप्ति और मोक्ष दोनों श्री राधाजी की कृपा दृष्टि पर ही निभ्रर हैं। कहा जाता है कि श्री कृष्ण को पाने के लिए श्री राधा को पाना जरूरी है। यह भी कहा जाता है कि श्री राधा की भक्ति करने वाले के पास प्रभु श्री कृष्ण स्वयं चलकर आते हैं।🌷🙏 Զเधे Զเधे जी , जय श्री कृष्णा, प्रेम से बोलो ...राधे राधे🌷,

🌷 राधा नाम लेइ जो कोई.., 🌷 🌷 सहजहिं दामोदर वश होई l🌷 🙏 श्री राधे की उपासना अद्भुत अलौकिक ब्रह्मानंद प्राप्त कराने वाली महान भक्ति है l जो भी नर ये उपासना करता है तमाम भौतिक सुख भोग और मोक्ष का अधिकारी है । श्री राधा रानी जी श्रीकृष्ण की समस्त शक्तियों, लीलाओं और गुणों की अधीश्वरी हैं। भगवान श्रीकृष्ण रसेश्वर हैं तो श्रीराधिका रसेश्वरी। श्रीराधा श्रीकृष्ण की पूजनीया हैं और भगवान श्रीकृष्ण श्रीराधा के पूजनीय हैं। श्रीराधा को प्रसन्न करने के लिए श्रीकृष्ण की आराधना करनी चाहिए । श्रीराधा की उपासना करने वाले साधक को अपने को श्रीराधा की सेविकाओं में से एक तुच्छ सेविका मानकर उपासना करनी चाहिए l श्रीराधा की सेविकाओं की सेवा में सफल होने पर ही श्रीराधा की सेवा का अधिकार मिलता है। 🌷 चिरकाल तक श्रीकृष्ण की आराधना करके मनुष्यों की जो-जो कामना पूर्ति होती है, वह श्रीराधा की उपासना से स्वल्पकाल (थोड़े से समय) में ही सिद्ध हो जाती है। प्रसन्न होकर वे साधक को सभी अभीष्ट सिद्धियां प्रदान करती हैं। शास्त्र में श्रीराधा ‘राधा’ शब्द से ही सभी अभीष्ट कामनाओं को देने वाली कहलाती हैं l वे ही जगन्माता औ...

इंतजार के आँचल मेंसबर की आख़िरी हिचकी ले दम तोड़ रही है मेरी महुबबतपरवाह का गंगा जलबख़्श दो आख़िरी जज़्बातों को उम्मीद की चंद साँसें फूँक दोबुझते अहसासों मेंया फिर आ जाना मेरी रूखसती पेउधार माँग थोड़ी फुरसत कहीं सेलबों से अपने बंद कर देनाराह तकती मेरी आँखो को "राधा रानी"💐🌹जय जय श्री राधे।।💐🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

इंतजार के आँचल में सबर की आख़िरी हिचकी  ले दम तोड़ रही है  मेरी महुबबत परवाह का गंगा जल बख़्श दो आख़िरी जज़्बातों को  उम्मीद की चंद साँसें फूँक दो बुझते अहसासों में या फिर आ जाना मेरी रूखसती पे उधार माँग थोड़ी फुरसत कहीं से लबों से अपने बंद कर देना राह तकती मेरी आँखो को  "राधा रानी" 💐🌹जय जय श्री राधे।।💐🌹 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

*कान्हा बने बहुरानी* by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब एक बार बरसाने में एक ब्रजबासीन् के बेटे की विवाह हुआ। वो ब्रजबसिन् ने सबको बुलाया... पर श्रीराधा रानी जी को निमंत्रण देना भूल गयी। उसको विवाह के पहले स्मरण था, पर विवाह के समय ही भूल गयी। जब विवाह हो गयी और बहु घर में आ गयी, तब उसको स्मरण आया। हाय रे! श्रीराधा रानी जी को बुलाना तो भूल गयी। तब वो श्रीराधा रानी जी के पास गयी... बोली... श्रीराधा रानी क्षमा कर दो, आपको बुलाना तो भूल गयी मैं। श्रीराधा रानी बोली कोई बात नहीं भूल गयी तो भूल गई, पर आपने मुझे अपने दिल में तो रखा है। यही मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है।कितनी उदार हैं हमारी श्रीराधा रानी... कितनी करुणा शील है। हमलोग इस परिस्थिति में होते तो क्या करते,स्वयं विचार करें। श्रीराधा रानी बोलीं- नयी नवेली बहु कैसी है ? ब्रजबसिन् बोली अभी अपनी नयी बहु को बुला के लाती हुँ। जब श्रीराधा रानी जी से मिलने गयी थी तो वो अपनी बहु की रखवाली के लिए एक सखी को साथ छोड के गयीं थी बहु के पास। ब्रजवासिन् के आने से पहले ठाकुर श्यामसुंदर जी ने उसके घर गये... और हमारे ठाकुर जी तो हैं ही शरारती... तो उन्होने दुल्हन का श्रृंगार करके खुद बहु बनके घुंघट ओढ़ कर बैठ गए और बहू को घर में ही कहीं छुपा दिया।ब्रजबसिन् शीघ्रातिशीघ्र घर में आई और बोली बहु से :- श्रीराधा रानी तुझसे मिलना चाह रही, जल्दी चल। श्रीकृष्ण दुल्हन रूप में घूँघट के अंदर से बोले :- श्रीराधा रानी जी ने मुझे स्मरण किया ये मेरी परम सौभाग्य है... पर में घूँघट ओढ़ के ही जाउंगी उनके पास। दोनों जब महल पहुँची तो सास ने बहु से कहा :- ये ब्रज की रानी हैं हमारी श्रीराधा रानी ... और यहां श्रीकृष्ण घूँघट में शरमाते जा रहे थे। बहु जब किशोरी जू के पास पहुंची तो सास ने कहा बहु से किशोरी जू के चरण स्पर्श करो और उनका आशिर्वाद लो ।चरण स्पर्श की बात सुनते ही ठाकुर जी बहु रूप में पुलकित हो गये...नेत्र में अश्रु छलकने लगे... शरीर में कंपन हुआ... जब वो किशोरी जू के चरण स्पर्श करने लगे तो कुछ क्षण भावावेश में चले गये...पर तुरंत स्वयं को संभाल लिया... नहीं तो चोरी पकडा जायेगा। किशोरी जू ने बहु रुपी श्यामसुंदर जी को मंगल आशीर्वाद दिया.. अपने प्रियतम की हमेशा प्रिया रहो। बहुत आशीर्वाद देकर निहाल कर दिया बहु को... फिर सखी के हाथों बहुत से सुन्दर मणि, मोती, गहने, मेहंदी, 16 शृंगार सामग्री, नए बस्त्र मगांये दुल्हन के मुख दिखाई के लिए। और दुल्हन से कहा- ये तुम्हारा उपहार है.. अब अपना मुख दिखाओ।दुल्हन ने घूँघट में से सर को हिला के मना कर दिया… सारी सखियां, मंजरियाँ विस्मृत हो गयीं कि ये कैसी दुल्हन है जो किशोरी जू की आज्ञा का पालन नहीं करतीं। श्रीराधा रानी पुनः विनती की अपना मुख तो दिखाओ... हम बहुत अधीर हैं नयी बहु का मुख देखने को... लेकिन बहु ने और ज़ोर से सर हिला कर मना कर दिया । तभी सास बोली बड़ी बत्तमीज़ है दुल्हन.. श्रीराधा रानी की बात नहीं मानती । श्रीराधा रानी बोली :- मुख दिखाई का उपहार कम लग रहा हो तो और ज्यादा दे देंगी, जितना चाहे... पर अपनी मुख तो दिखा दे एकबार ।बहु ने फिर ज़ोर से मना कर दिया सर हिला के। सास ने भी बहुत समझाया पर बहु नहीं मानीं मुख दिखाने को। श्रीराधा रानी बोलीं- मेंरे से प्रसादी अंलकार भी ले लो, और जो चाहो मांग लो, पर मुख दिखा दो... फिर भी बहु ने मना कर दिया...सास को अब गुस्सा आने लगा। श्रीराधा रानी बोली:- कोई कष्ट हो तो मुझे बता दो। सब सहचरी बोलीं बड़ी हठी है दुल्हन... यहां श्रीराधा रानी की अधीरता बढ़ती जा रही है। अपने गले का हार भी उपहार में दे दिया, पर बहु ना मानीं। श्रीराधा रानी बोलीं बहु से- में तुझे अपने साथ ही रख लूंगी अपनी सखी बनाकर , पर अपना मुख दिखादे एक बार मोको ।ये सुनते ही श्यामसुन्दर ज्यादा पुलकित हो गये… आज तो कृपा हो गयी... बरसाने का बास मिल गया। वो भी निज महल में जहां मैं नित बुहार लगाता हूँ अपने प्रिय पीताम्बर से । श्रीराधा रानी ने बचन दे दिया कि तोकु अपने निज महल में रख लूंगी। बस एक बार अपना मुख दिखादे। श्रीराधा रानी की अधीरता बढ़ती जा रही थी । सखी ललिता जी से देखी नहीं गयी किशोरी जू की अधीरता। ललिता बोली :- बहुत हठी है दुल्हन । अभी इसे बताती हुँ, हमारी किशोरी जू को काहे अधीर करे जा रही है ।दुल्हन के पास जाके बोली :- जब किशोरी जू तुझको परम आशीर्वाद दे दिया.. तुझे अपने साथ रख लेगी ऐसा सौभाग्य तो हमें भी कभी कभी मिलती है और तू आभार प्रगट करने की जगह एतरा रहि है ?... इतनी बड़ी कृपा तुझ को समझ नहीं आ रही है ?...चल दिखा अपना मुख किशोरी जी को। बहु ने घूँघट से कोई उत्तर नहीं दिया, पर घूँघट के आनंद पुलकाय मान हो गये । ललिता जी बोली :- तू ऐसे नहीं मानेगी, तुझे मैं बताती हूँ।और फिर बहु को पकड़ कर हाथ से घूँघट ऊपर उठा दिया, पर केवल एक क्षण ही बहु ने तुरंत ही घूंघट डाल दिया । घूँघट उठते ही महल में सन्नाटा छा गया.. सारी सखियाँ और मंजरी ओढनी मुख पर रख कर मंद मंद मुस्कुराने लगीं। किशोरी जू के आनंद की भी सीमा ना रही.. सब ने नयी बहु का ज़ोरदार स्वागत किया। चारों और नयी बहु की मंगल बधाई गा रही थी सखियां । श्यामसुन्दर लज्जा के मारे घूँघट दुबारा ओढ़ लिए... तब किशोरी जी नयी बहु के पास गयीं और उसका घूँघट थोडा उपर कर दिया। किशोरी जी बोली :- ऐसी नई बहु की मुख दिखाई में तो मैं त्रिभुन वार दूं। श्याम सुन्दर मन में बोले आज तो जीवन सफल हो गया मेरा.. कितने युगों से आस थी बरसाने महल के वास की.. वो आज पूरी हुई।कृपा देखो किशोरी जु की कि- वास भी बरसाने में कहां दिया ... निज महल में... निज संग मे । लाड़ली जी बोली :- आज से हम नयी बहु (हमारे लाल जी ) के साथ निज महल में नित विराजेंगे .. जो आज भी विराज मान हैं। बरसाने के लाडली महल में विराजित श्यामसुंदर संग श्रीराधा रानी। दरअसल सब सखीयां और श्रीराधा रानी जी श्यामसुंदर के रुपमाधुर्य से विमोहित हो गये...श्यामसुंदर इतने सुंदर लग रहे थे कि उमा,रमा भी लज्जित हो जायें। सखीगण,श्रीराधा रानी श्यामसुंदर जी के क्षणभर दर्शन से भाव में चली गईं...पर वे सब स्वयं को संभाल लिये... यदि वे भावावेश में चलीं जातीं तो श्यामसुंदर पकडे जाते... वे श्यामसुंदर को पकडवाना नहीं चाहतीं थीं...यही है प्रेममय रस... जो चखे, वही जानेकुंज बिहारी श्री हरिदास 🙏🏻🙏🏻,

*कान्हा बने बहुरानी* By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब एक बार बरसाने में एक ब्रजबासीन् के बेटे की विवाह हुआ। वो ब्रजबसिन् ने सबको बुलाया... पर श्रीराधा रानी जी को निमंत्रण देना भूल गयी। उसको विवाह के पहले स्मरण था, पर विवाह के समय ही भूल गयी। जब विवाह हो गयी और बहु घर में आ गयी, तब उसको स्मरण आया। हाय रे! श्रीराधा रानी जी को बुलाना तो भूल गयी। तब वो श्रीराधा रानी जी के पास गयी... बोली... श्रीराधा रानी क्षमा कर दो, आपको बुलाना तो भूल गयी मैं। श्रीराधा रानी बोली कोई बात नहीं भूल गयी तो भूल गई, पर आपने मुझे अपने दिल में तो रखा है। यही मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है। कितनी उदार हैं हमारी श्रीराधा रानी... कितनी करुणा शील है। हमलोग इस परिस्थिति में होते तो क्या करते,स्वयं विचार करें। श्रीराधा रानी बोलीं- नयी नवेली बहु कैसी है ? ब्रजबसिन् बोली अभी अपनी नयी बहु को बुला के लाती हुँ। जब श्रीराधा रानी जी से मिलने गयी थी तो वो अपनी बहु की रखवाली के लिए एक सखी को साथ छोड के गयीं थी बहु के पास। ब्रजवासिन् के आने से पहले ठाकुर श्यामसुंदर जी ने उसके घर गये... और हमारे ठाकुर जी तो हैं ही शर...

||💠🔮#मोती_कुंड_लीला🔮💠 by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब ||मथुरा में बरसाना और नंदगांव के बीच में मोती कुंड मौजूद है। यह कुंड तीन तरफ से पीलू के पेड़ों से घिरा हुआ है। इस पेड़ में मोती जैसे फूल होते हैं। ऐसी मान्‍यता है कि इन पेड़ों को कान्‍हा ने नंदबाबा के दिए कीमती मोतियों को बोकर उगाया था।:बरसाना के विरक्‍त संत रमेश बाबा बताते हैं कि गर्ग संहिता, गौतमी तंत्र समेत कई ग्रंथों में इस महान कुंड और राधा-कृष्‍ण की सगाई का वर्णन है। गोवर्धन पर्वत उठाने की लीला के बाद दोनों की सगाई हुई थी। सगाई के दौरान राधा के पिता वृषभानु ने नंदबाबा को उपहार में मोती दिए। तब नंद बाबा चिंता में पड़ गए कि इतने कीमती मोती कैसे रखें।:श्रीकृष्‍ण चिंता समझ गए। उन्‍होंने मां यशोदा से लड़कर मोती ले लिए। घर से बाहर निकलकर कुंड के पास जमीन में मोती बो दिए। जब यशोदा ने कृष्‍ण ने पूछा कि मोती कहां है। तब उन्‍होंने इसके बारे में बताया।:नंद बाबा भगवान कृष्‍ण के कार्य से नाराज हुए और मोती जमीन से निकालकर लाने को लोगों को भेजा। जब लोग यहां पहुंचे तो देखा कि यहां पेड़ उग आए हैं और पेड़ों पर मोती लटके हुए हैं। तब बैलगाड़ी भरकर मोती घर भेजे गए। तभी से कुंड का नाम मोती कुंड पड़ गया। माना जाता है कि श्रीकृष्‍ण और राधा के बीच सांसारिक रिश्‍ते नहीं थे, लेकिन नंदगाव का यह मोती कुंड आज भी दोनों की सगाई की गवाही देता है। आज भी ब्रज 84 कोस यात्रा के दौरान यहां लोग यहां पर मोती जैसे फल बटोरने आते हैं। यह डोगर (पीलू) का पेड़ है।पूरे ब्रज में कुछ ही जगह ये पेड़ हैं, लेकिन मोती जैसे फल सिर्फ मोती कुंड के पास मौजूद पेड़ में ही मिलते हैं।।. *||🙏"जय जय श्री राधे"🙏||* 🎹🏵️🎷🌾🌸🌾🎷🏵️🎹,

||💠🔮#मोती_कुंड_लीला🔮💠|| मथुरा में बरसाना और नंदगांव के बीच में मोती कुंड मौजूद है। यह कुंड तीन तरफ से पीलू के पेड़ों से घिरा हुआ है। इस पेड़ में मोती जैसे फूल होते हैं। ऐसी मान्‍यता है कि इन पेड़ों को कान्‍हा ने नंदबाबा के दिए कीमती मोतियों को बोकर उगाया था। : बरसाना के विरक्‍त संत रमेश बाबा बताते हैं कि गर्ग संहिता, गौतमी तंत्र समेत कई ग्रंथों में इस महान कुंड और राधा-कृष्‍ण की सगाई का वर्णन है। गोवर्धन पर्वत उठाने की लीला के बाद दोनों की सगाई हुई थी। सगाई के दौरान राधा के पिता वृषभानु ने नंदबाबा को उपहार में मोती दिए। तब नंद बाबा चिंता में पड़ गए कि इतने कीमती मोती कैसे रखें। : श्रीकृष्‍ण चिंता समझ गए। उन्‍होंने मां यशोदा से लड़कर मोती ले लिए। घर से बाहर निकलकर कुंड के पास जमीन में मोती बो दिए। जब यशोदा ने कृष्‍ण ने पूछा कि मोती कहां है। तब उन्‍होंने इसके बारे में बताया। : नंद बाबा भगवान कृष्‍ण के कार्य से नाराज हुए और मोती जमीन से निकालकर लाने को लोगों को भेजा। जब लोग यहां पहुंचे तो देखा कि यहां पेड़ उग आए हैं और पेड़ों पर मोती लटके हुए हैं। तब बैलगाड़ी भरकर मोती घर भेजे गए। तभी...

‼️मैं बिखरूँ तो समेट लेना ,‼️ मैं गिरूँ तो थाम लेना ......‼️‼️मैं भटकूँ तो डांट देना ........‼️‼️हे मेरे प्यारे कन्हैया यह अरदास है आपसे ..💯by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब,.🙏🙏🙇🙇... ‼️जब भी घबराऊँ तो आ के सर पे मेरे ,‼️ अपनी मेहर भरा हाथ रख देना‼️।🚩🙇🙇🚩‼️जय श्री राधे ‼️🙏🌈🙏🔷🔴jᎪᎥ shᏒᎥ ᏒᎪᎠhᎬ ᏦᏒᎥshᏁᎪ jᎥ🔴🔷🙏🌈♣️🌈

‼️मैं बिखरूँ तो समेट लेना ,‼️ मैं गिरूँ तो थाम लेना ......‼️ ‼️मैं भटकूँ तो डांट देना ........‼️ ‼️हे मेरे प्यारे कन्हैया यह अरदास है आपसे ..💯 by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब 🙏🙏🙇🙇...   ‼️जब भी घबराऊँ तो आ के सर पे मेरे ,‼️ अपनी मेहर भरा हाथ रख देना‼️।🚩🙇🙇🚩 ‼️जय श्री राधे  ‼️🙏🌈🙏🔷🔴jᎪᎥ shᏒᎥ ᏒᎪᎠhᎬ ᏦᏒᎥshᏁᎪ jᎥ🔴🔷🙏🌈♣️🌈

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🌺👸🌺🍀राधा रानी की जय..🍀🌺👸🌺🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🙏🌺👸छलकत जाए मोरी गगरी🙏by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब🌺👸💑🍀👀👀नयाना मोरे मतबारे👀👀🍀💑🌹ऐसे ना देखो मुझको गोकुल के राज दुलारे🌹 👸छन-छन बाजे पैजनिया लाज मोहे आए👸👫जाने दो मुझको कान्हा! क्यों ऐसे निहारे👫👣आई पनिया भरने, 💑रैना बीती जाए👸🌺💏काहे ,मनमोहक बंसी तू बजाए💏🌺🙏🙏ओ कान्हा! मान🚶भी जाओ🙏🙏👫ना करो अठखेलियां 💑यमुना किनारे👫👣जाने दो मोहे मोरी 👸सखिया पुकारे💋🌺🌺👸👸🌺🌺👸👸🌺🌺👸👸🌺🌺,

🍃🍃🍅🍃🍃🍂🍃🍃🍂🍃🍃 मेरे साँवरिया ......आज इतना जहर पिला दो कीसांस तक रुक जाए मेरी.... मेरे कान्हा सुना है की सांस रुक जाए तो रूठे हुये भी देखने आते है...⚡ 🌷🌷 राधे राधे जी 🌷🌷🍃🍃🍂🍃🍃🍂🍃🍃🍂🍃🍃,

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🌷 राधा नाम लेइ जो कोई.., 🌷by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब🌷 सहजहिं दामोदर वश होई l🌷🙏 श्री राधे की उपासना अद्भुत अलौकिक ब्रह्मानंद प्राप्त कराने वाली महान भक्ति है l जो भी नर ये उपासना करता है तमाम भौतिक सुख भोग और मोक्ष का अधिकारी है । श्री राधा रानी जी श्रीकृष्ण की समस्त शक्तियों, लीलाओं और गुणों की अधीश्वरी हैं। भगवान श्रीकृष्ण रसेश्वर हैं तो श्रीराधिका रसेश्वरी। श्रीराधा श्रीकृष्ण की पूजनीया हैं और भगवान श्रीकृष्ण श्रीराधा के पूजनीय हैं। श्रीराधा को प्रसन्न करने के लिए श्रीकृष्ण की आराधना करनी चाहिए । श्रीराधा की उपासना करने वाले साधक को अपने को श्रीराधा की सेविकाओं में से एक तुच्छ सेविका मानकर उपासना करनी चाहिए l श्रीराधा की सेविकाओं की सेवा में सफल होने पर ही श्रीराधा की सेवा का अधिकार मिलता है।🌷 चिरकाल तक श्रीकृष्ण की आराधना करके मनुष्यों की जो-जो कामना पूर्ति होती है, वह श्रीराधा की उपासना से स्वल्पकाल (थोड़े से समय) में ही सिद्ध हो जाती है। प्रसन्न होकर वे साधक को सभी अभीष्ट सिद्धियां प्रदान करती हैं। शास्त्र में श्रीराधा ‘राधा’ शब्द से ही सभी अभीष्ट कामनाओं को देने वाली कहलाती हैं l वे ही जगन्माता और श्रीकृष्ण जगत्पिता हैं। पिता से माता सौगुनी श्रेष्ठ मानी गयी है। भवसागर से पार उतारने की शक्ति श्रीकृष्ण से बढ़कर श्रीराधा में है। श्रीकृष्ण की प्राप्ति और मोक्ष दोनों श्री राधाजी की कृपा दृष्टि पर ही निभ्रर हैं। कहा जाता है कि श्री कृष्ण को पाने के लिए श्री राधा को पाना जरूरी है। यह भी कहा जाता है कि श्री राधा की भक्ति करने वाले के पास प्रभु श्री कृष्ण स्वयं चलकर आते हैं।🌷🙏 Զเधे Զเधे जी , जय श्री कृष्णा, प्रेम से बोलो ...राधे राधे🌷,

🌷 राधा नाम लेइ जो कोई.., 🌷 🌷 सहजहिं दामोदर वश होई l🌷 🙏 श्री राधे की उपासना अद्भुत अलौकिक ब्रह्मानंद प्राप्त कराने वाली महान भक्ति है l जो भी नर ये उपासना करता है तमाम भौतिक सुख भोग और मोक्ष का अधिकारी है । श्री राधा रानी जी श्रीकृष्ण की समस्त शक्तियों, लीलाओं और गुणों की अधीश्वरी हैं। भगवान श्रीकृष्ण रसेश्वर हैं तो श्रीराधिका रसेश्वरी। श्रीराधा श्रीकृष्ण की पूजनीया हैं और भगवान श्रीकृष्ण श्रीराधा के पूजनीय हैं। श्रीराधा को प्रसन्न करने के लिए श्रीकृष्ण की आराधना करनी चाहिए । श्रीराधा की उपासना करने वाले साधक को अपने को श्रीराधा की सेविकाओं में से एक तुच्छ सेविका मानकर उपासना करनी चाहिए l श्रीराधा की सेविकाओं की सेवा में सफल होने पर ही श्रीराधा की सेवा का अधिकार मिलता है। 🌷 चिरकाल तक श्रीकृष्ण की आराधना करके मनुष्यों की जो-जो कामना पूर्ति होती है, वह श्रीराधा की उपासना से स्वल्पकाल (थोड़े से समय) में ही सिद्ध हो जाती है। प्रसन्न होकर वे साधक को सभी अभीष्ट सिद्धियां प्रदान करती हैं। शास्त्र में श्रीराधा ‘राधा’ शब्द से ही सभी अभीष्ट कामनाओं को देने वाली कहलाती हैं l वे ही जगन्माता औ...

प्राण प्यारें कृष्ण चन्द , नेक काटो भव फंद ,हे सत चित आनंद , तेरे चरण में आई हूँ ।हौं मूढ़ मतिमंद , नित पाप करूँ स्वछन्द ,नैकु न नाम परमानंद , जिह्वा सो गई हूँ ।कान्ह काटे फरफंद , खोले भव द्वार बंद ,सुनि रसिक प्रेमी संत ,मन चरण में लाई हूँ ।प्यारें माधुर्य रस कंद , हे नाथ सच्चिदानंद ,दीजै चरण मकरन्द , मन मधुप बनायौ हूँ ।❤️❤️हे श्रीकृष्ण❤️❤️,

प्राण प्यारें कृष्ण चन्द , नेक काटो भव फंद ,हे  सत  चित आनंद , तेरे चरण में  आई हूँ ।हौं मूढ़  मतिमंद , नित  पाप  करूँ स्वछन्द ,नैकु न नाम परमानंद , जिह्वा सो गई  हूँ ।कान्ह काटे फरफंद , खोले  भव  द्वार  बंद ,सुनि रसिक प्रेमी संत ,मन चरण में लाई हूँ ।प्यारें माधुर्य रस कंद , हे नाथ सच्चिदानंद ,दीजै चरण मकरन्द , मन मधुप बनायौ हूँ ।❤️❤️हे श्रीकृष्ण❤️❤️,

*दो पल का खेल है ये, अब लौटने की बारी है... by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब संसार की अजब रीत है ये गजब सी सौदागरी है... ए मन! यह संसार दो पल के मध्य झुला झुल रही है... मतलब जन्म और मृत्यु के मध्य यात्रा ही जीवन है। जब यात्रा समाप्त होता है, तब लौटने की बारी आता है... वहां कमाई की हिसाब नहीं होता, वहां तो कर्म की हिसाब होता है। लौटना सबको है एक दिन... फिर भी ये मेरा है... वो मेरा है... मैं वो हुं... बस इसी सौदागरी में समय बिता रहे हैं हमलोग। व्यवसाय चलता रहता है हमारा एक दुसरे से। लेन देन की। पर मृत्यु ने भी जन्म से सौदा किया है कि तेरा खेल इतने समय का होगा, फिर मेरा समय आयेगा। ये सौदागरी दोनों में तय हुआ है... राधे राधे🙏🚩*,

*🌹🌹बड़ी सुन्दर कथा है ठाकुर जी महाराज की अवश्य पढ़े*by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब🌹एक बार की बात है कि यशोदा मैया प्रभु श्री कृष्ण के उलाहनों से तंग आ गयीं और छड़ी लेकर श्री कृष्ण की ओर दौड़ी। जब प्रभु ने अपनी मैया को क्रोध में देखा तो वह अपना बचाव करने के लिबए भागने लगे।भागते-भागते श्री कृष्ण एक कुम्हार के पास पहुँचे। कुम्हार तो अपने मिट्टी के घड़े बनाने में व्यस्त था। लेकिन जैसे ही कुम्हार ने श्री कृष्ण को देखा तो वह बहुत प्रसन्न हुआ। कुम्हार जानता था कि श्री कृष्ण साक्षात् परमेश्वर हैं। तब प्रभु ने कुम्हार से कहा कि, कुम्हार जी, आज मेरी मैया मुझ पर बहुत क्रोधित है। मैया छड़ी लेकर मेरे पीछे आ रही है। भैया, मुझे कहीं छुपा लो।तब कुम्हार ने श्री कृष्ण को एक बडे से मटके के नीचे छिपा दिया। कुछ ही क्षणों में मैया यशोदा भी वहाँ आ गयीं और कुम्हार से पूछने लगी, क्यूँ रे, कुम्हार ! तूने मेरे कन्हैया को कहीं देखा है, क्या ?कुम्हार ने कह दिया, नहीं, मैया ! मैंने कन्हैया को नहीं देखा। श्री कृष्ण ये सब बातें बड़े से घड़े के नीचे छुपकर सुन रहे थे। मैया तो वहाँ से चली गयीं।अब ठाकुर जी महाराज कुम्हार से कहते हैं, कुम्हार जी, यदि मैया चली गयी हो तो मुझे इस घड़े से बाहर निकालो।कुम्हार बोला, ऐसे नहीं, प्रभु जी ! पहले मुझे चौरासी लाख यानियों के बन्धन से मुक्त करने का वचन दो।ठाकुर जी मुस्कुराये और कहा, ठीक है, मैं तुम्हें चौरासी लाख योनियों से मुक्त करने का वचन देता हूँ। अब तो मुझे बाहर निकाल दो।कुम्हार कहने लगा, मुझे अकेले नहीं, प्रभु जी ! मेरे परिवार के सभी लोगों को भी चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त करने का वचन दोगे तो मैं आपको इस घड़े से बाहर निकालूँगा।ठाकुर जी कहते हैं, चलो ठीक है, उनको भी चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त होने का मैं वचन देता हूँ। अब तो मुझे घड़े से बाहर निकाल दो।अब कुम्हार कहता है, बस, प्रभु जी ! एक विनती और है। उसे भी पूरा करने का वचन दे दो तो मैं आपको घड़े से बाहर निकाल दूँगा।ठाकुर जी बोले, वो भी बता दो, क्या चाहते हो ?कुम्हार कहने लगा, प्रभु जी ! जिस घड़े के नीचे आप छुपे हो, उसकी मिट्टी मेरे बैलों के ऊपर लाद के लायी गयी है। मेरे इन बैलों को भी चौरासी के बन्धन से मुक्त करने का वचन दो।ठाकुर जी ने कुम्हार के प्रेम पर प्रसन्न होकर उन बैलों को भी चौरासी के बन्धन से मुक्त होने का वचन दिया।ठाकुर जी बोले, अब तो तुम्हारी सब इच्छा पूरी हो गयी, अब तो मुझे घड़े से बाहर निकाल दो।तब कुम्हार कहता है, अभी नहीं, भगवन् ! बस, एक अन्तिम इच्छा और है। उसे भी पूरा कर दीजिये.. और वो ये है, जो भी प्राणी हम दोनों के बीच के इस संवाद को सुनेगा, उसे भी आप चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त करोगे। बस, यह वचन दे दो तो मैं आपको इस घड़े से बाहर निकाल दूँगा।कुम्हार की प्रेम भरी बातों को सुन कर ठाकुर जी महाराज बड़े प्रसन्न हुए और कुम्हार की इस इच्छा को भी पूरा करने का वचन दिया।फिर कुम्हार ने बाल श्री कृष्ण को घड़े से बाहर निकाल दिया। उनके चरणों में साष्टांग प्रणाम किया। प्रभु जी के चरण धोये और चरणामृत पीया। अपनी पूरी झोंपड़ी में चरणामृत का छिड़काव किया और प्रभु जी के गले लगकर इतना रोये क़ि प्रभु में ही विलीन हो गये।जरा सोच करके देखिये, जो बाल श्री कृष्ण सात कोस लम्बे-चौड़े गोवर्धन पर्वत को अपनी इक्क्नी अंगुली पर उठा सकते हैं, तो क्या वो एक घड़ा नहीं उठा सकते थे ।लेकिन बिना प्रेम रीझे नहीं नटवर नन्द किशोर।पल में चित्त चुराए वो नटखट माखन चोरकोई कितने भी यज्ञ करे, अनुष्ठान करे, कितना भी दान करे, चाहे कितनी भी भक्ति करे, लेकिन जब तक आपके दिल मे प्राणी के लिए दुख दर्द नही है तो प्रभु श्री कन्हा जी की भक्ति व उनका दर्शन नही हो सकता.......🖋️हे नाथ!हे मेरे नाथ!!आप बहुत ही कृपालु हैं!!!,

🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚*ठाकुर जी का दर्शन कैसे करना चाहिए ?* by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब: अक्सर! हम मंदिर में जाकर कहते हैं – वाह ! बड़ी अच्छी मार्बल की मूर्ति है। सोने-चाँदी की मूर्ति है। काष्ठ की मूर्ति है। नही !वहां जाकर भगवान् का दर्शन करना चाहिए न कि जड़-वस्तुओं का।रास्ते में जो नहीं देखना चाहिए, वो तो देखते चले जाते हैं। दूसरों के गुणदोष और भगवान् के सामने प्रेमपूर्वक दर्शन करके दृष्टि को कृतार्थ करना चाहिए तो वहां आँख मूँद के खड़े हो जाते हैं !राम राम ! क्या दुर्भाग्य है ! कैसी सुन्दर झाँकी है, फिर भी आँख मूंदकर खड़े हैं। आँख मूंदकर खड़े हैं तो वो भी किसी निष्काम भाव से प्रार्थना करने नहीं बल्कि – हे भगवन ! वहाँ से चलकर हम यहाँ तक आए हैं। हमें अमुक-अमुक वस्तुओं की आवश्यकता है, आप ये दे दीजिये, ये दे दीजिये…बस पूरी लिस्ट बाँचकर सुनाई, फिर प्रणाम किया और चले आए। फिर दुबारा मुड़कर देखा ही नहीं. ये दर्शन दत्तचित्त नहीं है।*दर्शन करो तो– निहारो, ठाकुरजी को निहारो। चरण से लेकर मुख पर्यन्त और मुख से लेकर चरण पर्यन्त। बार-बार छवि को निहारो। जरुरी नहीं कि १०-२० मंदिरों में जाए, एक जगह दर्शन करो लेकिन निहारो और जब प्रेमपूर्वक ठाकुरजी को आप निहारने लग जाएंगे तो मंदिरों में ही नहीं आप के घर के ठाकुरजी में ही आपको विविध अनुभूतियाँ होने लगेगी ! कभी लगेगा हमारे ठाकुरजी आज थोड़े गंभीर हैं, कभी लगेगा आज थोड़े अनमने से हैं, कभी लगेगा नजर से नजर तो मिलती है लेकिन वे शरमा रहे हैं। और फिर तन्मयता बढ़ेगी तो वे बातचीत भी करने लगेंगे !* Vnita🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 *वृंदावन के श्याम**राधे राधे जी,जय गो माता**अपने व्हाट्सएप पर निरन्तर दैनिक धार्,

महाभारत और गीता भाग - १२ ( बारह )प्राचीन काल में अरण्य ( जंगल ) में ऋषि - गण अपने शिष्यों से अध्यात्म की चर्चा किया करते थे ।by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब साधारणत: अध्यात्म - चर्चा नीरव एवं शांत वातावरण में होती है , जहां पहले से ही प्रश्नकर्त्ता एवं उत्तर- दाता की मन:स्थिति इसके लिए तैयार रहती है । जैसे वातावरण शांत रहता है , वैसे ही प्रश्न -कर्ता एवं उत्तरदाता दोनों का मन भी शांत रहता है । कोलाहल से दूर शांत वातावरण का चयन इसलिए किया जाता है , ताकि प्रश्नकर्ता के मन में एकाग्रता आ सके और वह पूर्ण मनोयोग से श्रवण कर उसे हृदयंगम कर सके । भगवद्गीता का अमृतमय संदेश धृतराष्ट्र एवं पाण्डु दोनों पक्षों के जीवन - मरण के घोर कोलाहल के बीच कुरुक्षेत्र के समरांगण में भगवान श्रीकृष्ण ने सिर्फ अर्जुन को दिया था । समग्र संसार में भगवत् - गीता ही एकमात्र ऐसा ग्रंथ है , जो रण - क्षेत्र में अध्यात्म का प्रतिपादन करती है । सबसे आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि भगवत् - गीता में प्रश्नों के उत्तरदाता प्रश्नकर्ता के संधि दूत बने हैं । धृतराष्ट्र एवं पांडु पुत्रों के बीच सुलह कराने के लिए संजय एवं श्री कृष्ण दोनों ने प्रयास किया था । धृतराष्ट्र के दूत के रूप में संजय पांडवों से मिलने गए थे ,तो स्वयं श्री कृष्ण पांडव पक्ष अर्थात् अर्जुन की ओर से कौरवों की सभा में दूत बनकर संधि का प्रस्ताव रखने गए थे। धृतराष्ट्र प्रश्नकर्ता है , तो संजय उत्तरदाता है। दूसरी ओर अर्जुन प्रश्नकर्ता है , तो स्वयं भगवान श्रीकृष्ण उतरदाता हैं। ऐसी घटना दुनिया के किसी भी संवादमय प्रश्नोत्तरी में नहीं हुई है ,जहां उत्तरदाता प्रश्नकर्ता के दूत भी रह चुके हैं। इस तथ्य को सर्वदा स्मरण रखना होगा । तभी हम आगे चलकर भगवान की वाणी को समझ पाने में समर्थ हो सकेंगे कि भगवान ने अर्जुन को युद्ध करने के लिए क्यों प्रेरित किया ?हम हम सभी जानते हैं कि प्रश्नकर्ता सदैव अपने से श्रेष्ठ व्यक्ति से ही जवाब चाहता है ।विद्यार्थी अपने शिक्षक अथवा आचार्य से तथा शिष्य अपने गुरु से अपनी समस्या का समाधान कराना चाहता है। शिक्षक विद्यार्थी से एवं गुरु शिष्य से श्रेष्ठ होता है । लेकिन भगवत् - गीता के अंतर्गत सर्वप्रथम प्रश्न करने वाले धृतराष्ट्र चक्रवर्ती सम्राट हैं और उनका उत्तर देने वाला उनका मंत्री संजय है । मंत्री का पद सम्राट के पद के नीचे होता है । इसी प्रकार महारथी अर्जुन अपने सारथी से प्रश्न करता है । सारथी से सदैव रथी एवं महारथी श्रेष्ठ होता है । साधारणत: विश्व में कहीं भी श्रेष्ठ व्यक्ति अपने पद से छोटे पद के व्यक्ति से प्रश्न नहीं करता । लेकिन भगवत् - गीता में ऐसा ही हुआ है।ऐसा ही श्री राम चरित मानस में भी हुआ है , जहां पक्षीराज गरुड़ एक सामान्य पक्षी काकभुशुण्डि से प्रश्न करते हैं। ऐसा ही अष्टावक्र - गीता में भी हुआ है , जहां राजा जनक एक सामान्य ऋषि - पुत्र अष्टावक्र से प्रश्न करते हैं। भगवद्गीता के अलावा उपर्युक्त दोनों प्रसंगों का भी अध्ययन करना चाहिए। समय निकालकर पढ़ने के लिए आपको अंतर्मन से बहुत-बहुत धन्यवाद।

*🙏🏻🌹हरिबोल हरिबोल हरिबोल🌹🙏🏻*श्याम से जोडो तार दिल के.....................देख मजा क्या आता है....................प्रेम का झरना फूटे हर पल.......................जीवन रसमय हो जाता है..........................*🙏🌹ॐ श्री श्याम देवाय नमः🌹🙏* 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹,

❤🧡💛💚💙*ओ साँवरिया.... 🌹*तेरी बांकी अदा ने ओ सांवरेमुझे तेरा दीवाना बना दियाहो मुझे तेरा दीवाना बना दियातेरा टेड़ा मुकुट तेरी बाँकी छटातेरा बांका मुकुट तेरी बांकी छटातूने हमें भी आशिक़ बना दियातेरी बांकी अदा ने....by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब: ...वृन्दावन वारे मेरे बांके बिहारी तेरा रूप देख देख जाऊं वारी वारीओ पिया तुम्हारा रूप हैये कैसा साहूकारमेरे नैना गिरवी रख लिएजो दर्श किया एक बारवृन्दावन वारे मेरे बांके बिहारीतेरा रूप देख देख जाऊं वारी वारी.....कैसा जादू कान्हा तेरी इस रूप माधुरी में है हो जो भी वृन्दावन आ जाता हैहो वो तो तेरा ही हो जाता हैउसे ध्यान किसी का ना रहता हैवो तो तेरे गुण फिर गाता है....तेरी बांकी अदा ने ओ सांवरेमुझे तेरा दीवाना बना दिया...तेरा प्यार है मेरी जिंदगीहो तेरा प्यार है मेरी जिंदगीहो बस मेरी जिंदगी तेरा प्यार हैबस मेरी जिंदगी तेरा प्यार हैखूबसूरत तेरा मुस्कुराना लगेये मेरी आरज़ू का फसना लगेतेरा हर एक बहाना मुझे सच लगेहो मेरा सच भी तुझे एक बहाना लगे"बस मेरी जिंदगी तेरा प्यार है.....चाहा है तुझे टूट के इतना खयाल करहो रखा है मैंने दिल में तेरा गम संभाल करक्यों कि बस मेरी जिंदगी तेरा प्यार हैहो बस मेरी जिंदगी तेरा प्यार हैहम कैसे छुए अपने कर सेपद पंकज है सुकुमार तेराहरे कृष्ण बसा इन नैनन मेंवह सुन्दर रूप उदार तेरा....तन पे मन पे धन पे सब पेइस जीवन पे अधिकार तेरानहीं और किसी की जरुरत हैहम को चाहिए बस प्यार तेराक्यू कि बस मेरी जिंदगी तेरा प्यार हैहो बस मेरी जिंदगी तेरा प्यार है...जूनून परस्त हूँ दीवानगी से रिश्ता हैमेरा खुदी से नहीं बेखुदी से रिश्ता हैयकीं न हो तो मेरे दिल को चीर के देखोतुम्हारे दर से मेरी ज़िन्दगी का रिश्ता हैक्यों कि बस मेरी जिंदगी तेरा प्यार हैहो बस मेरी जिंदगी तेरा प्यार है.....तेरा प्यार है मेरी जिंदगीमेरा काम है तेरी बंदगीजो तेरी ख़ुशी वो मेरी ख़ुशीहो मुझे होश है ना खयाल हैतूने ऐसा जादू चला दिया....तेरी बांकी अदा ने ओ सांवरेमुझे तेरा दीवाना बना दिया......मेरे दिल में तू ही तू बसाहो बस तू बसा दिल में मेरेतेरा नाम लूं जुबां सेतेरे आगे सर झुका दूं.....मेरा इश्क़ कह रहा हैतुझ पे दिल-ओ-जान लुटा दूंतेरी दिल्लगी के सदकेतेरी रहमतों पे कुर्बातूने इतना कुछ दिया हैतुझे कैसे मैं भुला दूंआँखों में तेरी सूरततेरी याद मेरे दिल मेंतुम्हे कितना चाहता हूँबोलो तो मैं बता दूं.....मेरे दिल में तू ही तू बसामेरे दिल में तू ही तू बसामुझे छाया तेरा ही नशामैं जिस्म हूँ मेरी जान तूतेरा जादू जब से सवार हैमुझे चैन है ना करार हैतूने हम को जीना सिखा दियातेरी बांकी अदा ने ओ सांवरेमुझे तेरा दीवाना बना दिया*🥀 जय श्री कृष्ण* 🦋🦋🦋🦋,,

🌹🙏 परमात्मा ही सत्य है 🙏🌹by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब:.एक धर्म गुरु थे। उनके प्रवचन से प्रभावित होकर एक युवक ने उनको अपना गुरु बना लिया। .युवक रोज गुरुजी के आश्रम आता, उनकी सेवा करता। गुरुजी जहाँ भी कहीँ प्रवचन करने जाते युवक को भी साथ ही ले जाते। .इस प्रकार वह युवक लगभग हर सत्संग और प्रवचन में गुरुजी के साथ रहता।.गुरुजी को युवक के हाव भाव देखकर कुछ दिन से लग रहा था कि उसका मन कहीं भटक रहा है। .एक दिन गुरु जी ने युवक को अपने पास बुला कर पूछा, ‘क्या बात है पिछले कुछ दिनों से तुम परेशान लग रहे ?’ .युवक ने उत्तर दिया, ‘गुरुजी मैं पूरे श्रद्धा भाव से आपकी सेवा सत्कार कर रहा हूं, आपकी प्रवचन में बताई गई बातें भी पूरे ध्यान से सुनता हूँ ...लेकिन मैं आपका शिष्य इसलिए बना था क्योंकि मैं यह जानना चाहता था कि क्या ईश्वर को प्राप्त करना संभव है ? .परन्तु इतने दिनों तक आपकी संगत में रहने पर भी मुझे इस प्रश्न का उत्तर प्राप्त नहीं हुआ। अतः मेरा मन थोड़ा अशांत है।.‘शिष्य की बात सुनकर गुरुजी मुस्कुराने लगे। .उन्होंने कहा कि पुत्र इतनी भी क्या जल्दी है कुछ दिन और ईश्वर के चरणों में बिताओ फिर मैं तुम्हें ईश्वर प्राप्ति का मार्ग बताऊंगा। .कुछ दिन और बीते तो फिर से शिष्य को गुरुजी ने अपने समक्ष पाया। .गुरु जी ने पूछा तुम सचमुच ईश्वर का साक्षात्कार करना चाहते हो ? .युवक ने उत्साहित होकर कहा, जी गुरुजी। .गुरुजी ने कहा ठीक है आज मैं तुम्हें ईश्वर प्राप्ति का मार्ग बतलाता हूँ, चलो मेरे साथ।.गुरुजी अपने शिष्य को लेकर नदी की ओर चल पड़े। .नदी के किनारे पहुंचने पर गुरुजी ने अपने शिष्य को गर्दन से पकड़कर उसका मुँह नदी में डूबा दिया। .गुरुजी के यूँ अचानक डुबोने से शिष्य संभल नहीं पाया और पानी से बाहर आने को छटपटाने लगा। .कुछ देर युवक को यूँ ही डूबाये रखने के बाद गुरुजी ने युवक को छोड़ दिया। .युवक ने लम्बी साँस ली फिर गुरुजी की ओर देखकर कहा आप यह क्या कर रहे थे! .गुरुजी ने मुस्कुरा कर पूछा, जब तुम पानी में थे तो क्या सोच रहे थे, तुम्हारे मन को उस समय किसकी आस थी। .युवक ने कहा उस समय तो बस एक कतरा साँस लेने के लिए ही मैं मरा जा रहा था लग रहा था बस एक पल के लिए हवा में मैं साँस ले पाऊँ।.जब आत्मा को इतनी ही तड़प होती है ईश्वर से मिलने की, जितनी तुम्हें डूबते समय हवा की थी... .तब आत्मा को परमात्मा के दिव्य दर्शन होते हैं। .ईश्वर से मिलने के लिए पहले अपनी आत्मा में वो भूख, वो तड़प पैदा करो तभी ईश्वर को प्राप्त किया जा सकता है।.तो दोस्तों ये थी एक पौराणिक हिंदी कथा जो हमें ये सीख देती है कि अगर ईश्वर को प्राप्त करना है तो अपनी आत्मा में उसे पाने की भूख होना बहुत ज़रूरी है.🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀 🙏🙏जय जय श्री राधे 🙏🙏,

*जो बाहर की सुनता है वो बिखर जाता है, जो अपने अंदर की सुनता है संवर जाता है... निखर जाता है। by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब: हमलोग प्रायतः बाहर की सुनते हैं... मतलब संसार वालों की सुनते हैं... उनके खुसी के लिए सबकुछ करते हैं... दिनरात... वो भी भावपूर्ण से। जो हमारे अंदर स्थित है... मतलब श्रीहरि गुरु... उनकी वाणी हमलोग नहीं सुनते...यदि सुनते भी हैं, तो नजरअंदाज कर देते हैं। हमारे लिए उनकी वाणी गौण होता है। तो हमारा विखरना तय है...भवसागर में बहना एवम् बहकना निश्चित ही है। संसार का प्रेम बाहर से आता है, और भगवत्प्रेम भीतर से यानि हृदय से आता है... हम आत्मा हैं इसीलिए हृदय की ओर देखना चाहिए... ना की मन की ओर। अपने मन को अंतर्मुखी करना है... शरणागत होना है... राधे राधे*🙏🚩,